एफआईआर दर्ज होने के बाद भी चल रही झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक सील पथरिया। जिला कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देशों के बाद पूरे जिले में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही से हड़कंप मचा हुआ है और पूरे जिले में झोलाछाप डॉक्टरों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। उसी कड़ी में शुक्रवार दोपहर में स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक अमले की एक और बड़ी कार्यवाही पथरिया में देखने को मिली, जहां दमोह रोड स्थित नंदलाल पटेल की क्लीनिक पर छापामार कार्यवाही की गई। इस दौरान उक्त डॉक्टर के यहां बड़ी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां, इंजेक्शन, वाॅटल एवं कुछ जांच मशीनें इत्यादि जप्त किए गए, साथ ही अस्पताल को भी सील किया गया। बता दें कि नंदलाल पटेल जो की दमोह रोड पर क्लीनिक चलाते थे वह लंबे समय से यहां पर बिना डिग्री के मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे। पथरिया सीबीएमओ डॉक्टर ई मिंज ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना काल के समय भी उक्त डॉक्टर के यहां छापामार कार्यवाही की गई थी और इन पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी एवं अस्पताल को भी सील किया गया था। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि लॉकडाउन के बाद से ही करीब 4 वर्षों से उक्त डाक्टर यथावत अस्पताल चला रहा है। लेकिन ना तो उक्त अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की नजर पड़ी और ना ही प्रशासनिक अधिकारियों की या फिर यूं कहें कि सभी जानबूझकर अनजान बन रहे। लेकिन अब जिला कलेक्टर के निर्देशों के बाद पूरे जिले में झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है और लगातार कार्यवाही की जा रही है अब देखना होगा कि डॉक्टर नंदलाल पटेल पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है और कब तक फिर उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाती है। पथरिया तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी जनपद सीईओ मनोज कुमार गुप्ता डॉ, ई,सीबीएमओ मिंजे पथरिया