*अब्दुल गफ्फार ने बदली जिले में कांग्रेस की रंगत,कांग्रेस की बने पहचान*टीकमगढ़ की अगर बात करें कांग्रेस की राजनीति की तो राजनीति कुछ इस तरीके से थी कि कांग्रेस एक समय चारों खाने चित होती नजर आ रही थी। जहां 22 साल से नगर पालिका में भाजपा काबिज़ थी तो 10 साल से विधानसभा में भी भाजपा का दबदबा था लेकिन ऐसे एक शख्स एंट्री होती है। अब्दुल गफ्फार पप्पू मलिक की जिसने कांग्रेस को एक नई उम्मीद के साथ फिर से निचले स्तर से ऊपर उठाने का प्रयास किया। अब्दुल गफ्फार के आते ही जिले में कांग्रेस की दशा और दिशा बदलती नजर आई। 22 से नगर पालिका में भाजपा काबिज़ थी जिसके पप्पू मलिक को लोकप्रियता इतनी बड़ी की अपनी ऐतिहासिक जीत दर्ज की अपनी लोकप्रियता के करण अन्य वार्डों में भी उन्हें जन समर्थन प्राप्त हुआ और पूर्ण बहुमत से नगर पालिका में नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार को बनाया गया। अब्दुल गफ्फार ने अपने दमखम के साथ मेहनत की और विधानसभा चुनाव में भी यादवेंद्र सिंह बुंदेला का सहयोग किया जबकि दो पंच वर्षी चुनाव में उनकी करारी हार हुईं थीं लेकिन पप्पू मलिक की जनता प्रति समर्पण उनका मिलनसार व्यवहार और नगर पालिका में मौजूद रहकर लोगों की समस्या हल कराना यह सब जनता के दिल में घर कर गया जिसका असर विधानसभा चुनाव देखने को भी मिला और नगर से भारी बहुमत पाकर कांग्रेस की जीत हुईं आपको बता दे की ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष अपने गृह नगर में कांग्रेस को विजई नहीं दिला पाए यहां किराए के जो कांग्रेस कार्यालय चल रहा था बह भी खाली हों गया है लेकिन अब्दूल गफ्फार पप्पू मलिक ने जिले में कांग्रेस की वापसी कराई। और यह कहना गलत नहीं होगा कि टीकमगढ़ में आज काग्रेस के पहचान पप्पू मलिक से ही हैं जो कांग्रेस की नैय्या पार लगाने का काम कर रहे हैं