अब वह दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया भारत को विश्व गुरु मानेगा (अरुण गोविल, राम) — अभिषेक गुप्ता, प्रयागराज मंडल
हमारी संस्कृति विश्व की सर्वोपरि संस्कृति है (अरुण गोविल राम)
रामायण ही राम है और राम ही रामायण है (अरुण गोविल)
देश की युवा पीढ़ी रामायण से शिक्षा ले (सुनील लहरी लक्ष्मण)
श्री राम महायज्ञ विशाल कलश यात्रा गूंज उठी जय श्री राम की नारों से
ठाकुर हरनारायण डिग्री कॉलेज के निदेशक एवं कार्यक्रम के मुख्य आयोजक *डॉक्टर उदय प्रताप सिंह* के आयोजन में बरगद घाट मीरापुर श्री हनुमान मंदिर से श्री राम यज्ञ की विशाल कलश शोभायात्रा दिव्यता एवं भव्यता के साथ निकाली गई इस अवसर शोभायात्रा में शामिल हुए रामानंद सागर कृत रामायण धारावाहिक के श्री राम का किरदार निभाने वाले प्रख्यात अभिनेता अरुण गोविल एवं लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी ने जय श्री राम के नारे से शोभा यात्रा का शुभारंभ किया और निर्धारित शोभा यात्रा मार्ग में राम भक्तों ने अरुण गोविल राम और सुनील लहरी लक्ष्मण पर पुष्प वर्षा करते हुए उनका स्वागत किया इसके पूर्व वैदिक मंत्रोचार के साथ बरगद घाट मीरापुर हनुमान मंदिर में संतो के द्वारा पूजन अर्चन किया गया तत्पश्चात शोभा यात्रा निकाली गई जो अपने निर्धारित मार्ग से होते हुए ठाकुर हरि नारायण सिंह डिग्री कॉलेज की प्रांगण में पहुंची जहां पर हजारों राम भक्तों को संबोधित करते हुए अरुण गोविल राम ने कहा कि प्रयागराज स्वयं में पवन और पवित्र है क्योंकि यहां पर मां गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती का निवास है और मर्यादा श्री रामचंद्र जी के चरण पड़े हैं और कहा कि यहां की वातावरण पूरी तरह से आध्यात्मिकता के रस रची है और यहां के निवासी बड़े ही भाग्यशाली है उन्होंने कहा कि श्री राम यज्ञ का महान कार्य श्री राम नाम से ही सफल हो गया है और जिस यज्ञ में राम का नाम जुड़ जाए सब मनोकामना पूर्ण हो जाती है उन्होंने कहा कि जीवन में कुछ भी करें तो संतों का आशीर्वाद जरूर ले जिससे कि आपका कार्य सफल हो सके और आगे कहा कि 500 वर्षों की संघर्ष के बाद श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राजा राम जी आए हैं और अब भारत अपनी पहचान के साथ दुनिया में आगे बढ़ेगा जिसके लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नींव रख दी है उन्होंने कहा कि देश के नवनिर्माण के लिए हमें श्री राम के आदर्श को अपनाना होगा क्योंकि पूरी दुनिया में भारत की पहचान राम से है और राम की पहचान भारत से है उन्होंने कहा कि राम हमारी संस्कृति है और हमें अपनी संस्कृति के साथ जीना है और अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखना है उन्होंने कहा रामायण में राम है और राम ही रामायण है रामायण हमें जीवन जीना सिखाती है और हमारी संस्कृति से पहचान कराती है और उसे मजबूत बनाती है उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति विश्व को सर्वोपरि संस्कृति है जिस पर हमें गर्व है उन्होंने कहा कि कभी दुनिया भारत को विश्व गुरु मानती रही और वह दिन दूर नहीं जब फिर एक बार दुनिया हमें अपना विश्व गुरु मानेगी इस अवसर पर सुनील लहरी लक्ष्मण ने कहा कि प्रयागराज से हमारा पैतृक रिश्ता है हमारे पिता इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई की और उन्हें की शिक्षा की बदौलत हमारे अंदर अच्छे संस्कार मिले हैं यही कारण है कि प्रयागराज की मिट्टी से हमारा पैतृक संबंध है और पहली बार यहां आकर लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन कर अभिभूत हूं उन्होंने आगे कहा कि हमारा और अरुण जी का रिश्ता बड़े भाई से छोटे भाई और छोटे भाई से बड़े भाई के जैसा रिश्ता 35 वर्षों से बना है भले ही हम एक मां से पैदा ना हुए हो पर रिश्ता बड़े और छोटे भाई के जैसा ही है और कहा कि देश के बच्चे और युवा पीढ़ी अपने जीवन का 25 वर्ष अपनी मां पिता और गुरु के आदेशों के अनुसार जिए तो उसका जीवन सुखमय होगा और यही शिक्षा रामायण देती है और कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक आध्यात्मिक और राम के वैचारिक शिक्षा से जुड़ना है और अपने रिश्तों को बनाए रखना है
*मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी* ने बताया कि अवसर पर उन्होंने सीता स्वयंवर धनुष यज्ञ की सभा का लक्ष्मण संवाद का डायलॉग प्रस्तुत कर राम भक्तों का मन मोह लिया और तत्पश्चात श्री राम महायज्ञ का कार्य शुभारंभ किया गया जो 4, 5 और 6 फरवरी तक चलेगा और बताया कि शोभायात्रा में झंडा गाड़ी, पाइप बैंड,डीजे बैंड, ड्रम बैंड ,श्री हनुमान जी, गणेश जी अयोध्या राम दरबार का रथ, ढोल ,भांगड़ा नृत्य कलाकार, अरुण गोविल राम एवं सुनील लहरी लक्ष्मण का रथ और हजारों की संख्या में महिलाएं कलश लेकर शामिल हुई और
शोभा यात्रा हर्षवर्धन नगर,मीरापुर सब्जी मंडी, करेला बाग बालू मंडी मार्ग से होते हुए ठाकुर हर नारायण सिंह डिग्री कॉलेज के प्रांगण में समाप्त हुई
*शोभा यात्रा का संचालन अभिषेक ठाकुर ने किया*
शोभायात्रा में प्रमुख रूप से पूज्य महंत सतुआ महाराज, पूज्य महंत कमल नयन दास अयोध्या धाम, ठाकुर हर नारायण सिंह डिग्री कॉलेज के संस्थापक देवेंद्र सिंह चंदेल,अभिषेक ठाकुर, राजेश केसरवानी,मंजूषा सिंह ,हरीश त्रिपाठी, शत्रुघ्न जायसवाल,एवं हजारों की संख्या में राम भक्त उपस्थित रहे