लखनऊ : आइये, हम सब मिलकर अपने लखनऊ को स्वच्छ और सुंदर बनायें। इस वक़्त पूरे लखनऊ में विज्ञापन की भरमार है। हर तरफ़ विज्ञापन लगे हुए हैं। विज्ञापन लगाने से शहर की ख़ूबसूरती नष्ट हो रही है। लखनऊ स्मार्ट सिटी बनने के बाद दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग बनायी गयी है। ऐसे दीवारों को भी विज्ञापन लगाने वाले नहीं छोड़ रहे हैं। अभी G 20 समिट के मौक़े पर पूरे शहर की सफ़ाई और खूबसूरत फूल पौधे से सजाया गया था।डिवाइडर और दीवारों की रंगायी और पोतायी नगर निगम और एलडीए, लखनऊ के ज़रिये करायी गयी थी। पान और गुटका खाने वालों ने दीवारों और डिवाइडर्स पर थूकना शुरू कर दिया है उन्हें ना तो किसी का डर है और ना ही शहर को साफ़ सुथरा रखने से मतलब है। ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ कोई करवायी नहीं होने से उनका मनोबल बढ़ा हुआ है। ऐसे लोगों के विरुद्ध सख़्त करवायी क़ानून के तहत होनी चाहिए। भारत सरकार और यू. पी सरकार को पान पराग व गुटका को फ़ौरन बंद कर देना चाहिए और ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त करवायी होनी चाहिये। सिटी स्टेशन के क़रीब हामिद रोड जो कभी हरा भरा हुआ करता था जहां हरियाली थी वहाँ ग़ैर क़ानूनी ढंग से बिना नगर निगम और एलडीए, लखनऊ के अनुमति के पक्की दुकाने बन गयी है। दुकानें बन जाने से हामिद रोड, निकट सिटी स्टेशन की हरियाली बिलकुल ख़त्म हो गयी है। लोगों के द्वारा नालियों पर स्लैब ढाल कर नाला का बहाओ रोक दिया गया है जिस करण नाली का गंदा पानी रोड पर बहता रहता है और तरह तरह की बीमारियों और समस्याएँ पैदा होती जा रही हैं। कुछ अतिक्रमण नगर निगम और पुलिस प्रशासन की तरफ़ से इस जगह की हटाई गयी मगर फिर अतिक्रमण हो गया। एक बार अतिक्रमण हटने के बाद दोबारा अतिक्रमण होता है तो उस एरिया की पुलिस प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहराना चाहिए। माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन है की वह नगर निगम और एलडीए लखनऊ को आदेश दें की वह बिना अनुमति के बनी दुकानें और रोड पर डाली गयी स्लैब को फ़ौरन हटाये और हामिद रोड उसी तरह हरा भरा दिखे जैसा पहले था ऐसा होने से लोगों को साफ़ सुथरा पर्यावरण मिलेगा ।