आजाद भारत में वास्तविक आजादी की राह देखता अति उपेक्षित क्षेत्र
ग्राम पंचायत लखंजर
— राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के जमीनी पड़ताल में खुलासा।
— संगठन का जनता दर्शन कार्यक्रम।
मड़ावरा। राष्ट्रीय मानवाधिकार व भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो टीम ने उत्तर प्रदेश राज्य के सबसे पिछड़े जनपद ललितपुर के अति पिछड़े आकांक्षी ब्लॉक मड़ावरा के सर्वाधिक दूर व अति पिछड़े ग्राम पंचायत लखंजर का भ्रमण करके जनता दर्शन किया।
लखंजर ग्राम पंचायत उत्तर प्रदेश राज्य के सबसे सुदूर व पहाड़ियों से घिरा तथा मध्य प्रदेश राज्य की सीमा से सटे धसान नदी के किनारे है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन टीम ने प्रथम बार एक ऐसे क्षेत्र का भ्रमण किया जहां पर कोई पक्की क्या खड़ंजा की भी सड़क नहीं है। घने जंगलों से कच्चे मार्ग से पहाड़ियों के बीच से जानलेवा रास्ते पर चलते हुए टीम लखंजर ग्राम पंचायत में पहुंचकर जनता दर्शन के दौरान लोगों से मुलाकात की तो प्रथम बार ऐसे लोगों से मुलाकात हुई जो आजाद भारत के 76 वर्षों के बाद भी वास्तविक आजादी से वंचित है। इस क्षेत्र में प्रकाश के नाम पर केवल दिन में सूर्य व रात में चांद का प्रकाश अथवा लकड़ी को जलाने से प्राप्त प्रकाश ही एक माध्यम है। हालांकि कुछ इलाकों में दिखावे के लिए बिजली के पोल व तार दिखे परंतु आज तक इस क्षेत्र में किसी ने जलता हुआ बल्ब तक नहीं देखा है। यहां के लोगों को इंटरनेट, सड़क, यातायात, बिजली आदि की कोई सुविधा नहीं है। कुछ क्षेत्र तो ऐसे मिले जहां लोगों को सही ढंग से कपड़ा पहनना भी नहीं आता है। कुल मिलाकर इस इलाके के लोगों की एक अलग दुनिया देखी जहां पर विकास का दूर तक कोई वास्ता नहीं है।
ऐसे परिस्थिति में संगठन ने यह तय किया की अगले 6 माह के अंदर कुछ ठोस कार्य योजना बनाकर संबंधित अधिकारियों, विभागों व सरकारों को जगाकर इस क्षेत्र विशेष का विकास करना है और यदि आवश्यक हुआ तो इसके लिए माननीय हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट से भी यहां के लोगों के मानव आधिकारों की रक्षा, विकास एवं न्याय हेतु गुहार लगाई जाएगी। इस जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व राष्ट्रीय सदस्यता प्रभारी प्रतीक दीक्षित, मध्य प्रदेश के सागर मंडल प्रभारी राहुल देव वर्मा तथा ललितपुर जिला टीम, महरौनी तहसील टीम व मड़ावरा तहसील टीम के बहुत से पदाधिकारी, सदस्य व वैलेंटियर्स उपस्थित रहे।