एक ऐसा ताजिया भी दिखेगा जो हाइड्रोलिक सिस्टम से ऊपर नीचे होगा
एक ऐसा ताजिया भी दिखेगा जो हाइड्रोलिक सिस्टम से ऊपर नीचे होगा
मोहर्रम का दो दिवसीय आयोजन होंगे, 16 जुलाई की रात और 17 जुलाई को दिन में ताजिया निकलेंगे। इस बार शहर की सड़कों से हाइड्रोलिक ताजिया निकलेगा। जो कहीं भी तारों में नहीं फंसेगा। इससे बिजली की समस्या व ताजिया को भी नुकसान नहीं होगा। शहर के जिला जेल के सामने स्थित बदान मोहल्ले में बनाए गए ताजिया में पहली बार हाइड्रोलिक सिस्टम लगाया गया है। 26 फीट ऊंचे ताजिया को दो खंड में बनाया गया है। जिसमें 16 फीट का नीचे का खंड और 10 फीट के खंड पर हाइड्रोलिक सिस्टम लगा है, जो नीचे के खंड से उठकर अंदर से ही ऊपर
जाकर दूसरा खंड सेट हो जाता है। यह काम मोहल्ले में रहने वाले शहीद खान ने किया है। हाइड्रोलिक सिस्टम लगाकर तैयार किया गया यह जिले का पहला ताजिया तैयार किया गया है। शहीद खान ने बताया कि हाइड्रोलिक सिस्टम को मोबाइल पर देखा था। तभी हमारे मन में विचार आया कि इस बार ताजिया को हाइड्रोलिक सिस्टम से उठाने की तरकीब अपनाएंगे।
जैसे ही ताजिया बनाना शुरू किया तो सबसे पहले अंदर स्टील के पाइप का स्ट्रेक्चर बनवाया। जिसमें चारों ओर वेल्डिंग कराई, साथ ही एक मोटर को ज्वाइंट किया। जो तार के सहारे अंदर के खंड को ऊपर ले जाने का काम करता है।