आसरा गौ सेवा एवं सभी समाज द्वारा आचार्य विद्यासागर जी महा मुनिराज को दी गई बिनयांजलि,
,किया गया भक्तामर का पाठ
टीकमगढ़ शहर में मौजूद स्थित आश्रम गौ सेवा केंद्र मऊ चुंगी पर सभी समाज के द्वारा सिद्धो की श्रेणी में आने वाले जन-जन के संत जगतगुरु विश्व वंदनीय तपस्वी देवता सभी समाज के आस्था के केंद्र आचार्य विद्यासागर जी महामुनि राज के समाधिस्थ कार्यक्रम पर भक्तामर का पाठ संगीतमय किया गया
अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र जनता ने जानकारी देते हुए बताया की 25,2 ,24 को दिन रविवार शाम 7:00 बजे से 108 दीपों से प्रकाशमान किया गया सभी समाज के लोगों ने उनके चरणों को नमन करते हुए बिनयांजलि दी एवं संगीतमय वातावरण से लोक भाव विभोर होकर नाचते क्षुमते हुए भक्तामर एवं धार्मिक गीत गा रहे थे ऐसा लग रहा था मानो हमारे बीच से कोई गुरु कपूर की भांति देह छोड़कर सिद्ध सिला जा रहे हो अथवा निर्माण दिवस मनाया जा रहा हो इस मौके पर अनेक लोग मौजूद रहे जिसमें प्रमुख रूप से सुधीर बजाज प्रदीप भदौरा अमन प्रदीप कारी संजय जैन रानु जैन संमकित जैन आफताब जैन टिल्लू चौधरी प्रोफेसर इंद्रजीत जैन नम्रता जूलि कारी रचना सुनील भाई जी , वंदना सेठ सरिता जैन रश्मि जैन मनोरमा जैन एवं व्यवस्थापक रूप में आसरा गौ सेवा की टीम रिंकू ,मिश्रा गोलू मिश्रा, सार्थक जैन जनता, सत्येंद्र दुबे , योगेश उपाध्याय, आशीष पाल मौजूद रहे एवं गाय का महत्व बताया और सैकड़ो दयोदय गौशाला के प्रेरक संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज को श्रद्धांजलि एवं बिनयांजलि अर्पित की