हिट एंड रन, सड़क दुर्घटना, पार्किंग एवं सुगम यातायात व्यवस्था, सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान, ब्लैक स्पॉट आदि की समीक्षा कर दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश
सड़क दुर्घटना में घायलों को मदद पहुंचाने वाले गुड समारिटन को प्रदान की गई सम्मान राशि
जमशेदपुर (झारखंड)। समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में यातायात एवं सड़क सुरक्षा की बैठक आयोजित की गई । वरीय पुलिस अधीक्षक श्री किशोर कौशल, डीटीओ श्री धनंजय, शिक्षा विभाग, एनएचएआई, ट्रैफिक डीएसपी समेत अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी शामिल हुए।
सड़क हादसों को नियंत्रित करने तथा सड़क सुरक्षा के प्रावधानों को प्रभावी तरीके से अमल में लाने समेत अन्य संबंधित विषयों को लेकर बैठक में चर्चा की गई ।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने सड़क सुरक्षा टीम को निर्देशित किया कि स्कूली बच्चों व अन्य शिक्षण / प्रशिक्षण संस्थानों में सड़क सुरक्षा के नियमों से सम्बंधित कार्यशाला आयोजित करें जिसमें गलत दिशा में वाहन नहीं चलाने, सड़क की बायीं ओर सुरक्षित चलने, सीट बेल्ट व हेलमेट का अनिवार्य रूप से प्रयोग, सड़क में बायीं या दाहिने तरफ वाहन को मोड़ते समय इंडिकेटर का इस्तेमाल आदि की जानकारी दी जाए ।
मई माह में 29 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 15 लोगों की मृत्यु व 18 लोग गम्भीर रुप से घायल हुए । ब्लैक स्पॉट, वल्नरेबल एक्सीडेंटल पॉइंट्स एवं सड़कों के कर्व (घूमावदार सड़क) स्थलों को चिन्ह्ति करते हुए आवश्यकतानुसार सुधार करने, बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने, ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड, बिना सीट बेल्ट, साइलेंसर मॉडिफिकेशन एवं स्टंट करने वाले चालकों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया ।
शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के उद्देश्य से विभिन्न बिन्दुओं की समीक्षा के दौरान वरीय पुलिस अधीक्षक ने ऑटो चालकों के लिए आईडी कार्ड, यूनिफॉर्म पहनने को लेकर ऑटो एसोसिएशन के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश देने हेतु डीटीओ को निर्देशित किया ।
नॉन परमिट ऑटो, अंडर एज व बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के ऑटो चालक की जांच कर कार्रवाई की बात कही गई। ऑटो एसोसिएशन को निर्देशित किया गया कि ऑटो चालक चिन्हित स्टैंड से ही सवारी बैठायें, जहां-तहां ऑटो न रोकें जिससे सड़क दुर्घटना के किसी भी प्रकार की संभावना को नगण्य किया जा सके।
114 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड, करीब 7 लाख रू. जुर्माना वसूला गया
मई माह में सड़क सुरक्षा नियमों की अवहेलना पर 114 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किया गया । वाहन जांच अभियान में बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चालक और बिना सीटबेल्ट के चारपहिया वाहन चालकों समेत अन्य मामलों में करीब 7 लाख रू. जुर्माना वसूला गया।
हिट एंड रन मामलों के मुआवजा भुगतान में लायें तेजी
हिट एंड रन मामले में पीड़ित पक्ष को 2 लाख रू. मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है । बतक के कुल 45 मामलों में 22 के परिजनों को भुगतान किया गया है, 11 अनुमंडल पदाधकारी के स्तर पर एवं 07 इंश्योरेंस कंपनी के स्तर पर आवेदन लंबित हैं। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने इसमें तेजी लाते हुए मुआवजा भुगतान के निर्देश दिए । लंबित आवेदनों को लेकर संबंधित पदाधिकारी, पीड़ित पक्ष एवं इंश्योरेंस कंपनी के बीच समन्वय बनाते हुए जल्द मुआवजा भुगतान कराने का निर्देश दिया गया।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने युवाओं को विशेषकर संदेश देते हुए कहा कि आपका जान कीमती है, ओरस्पीडिंग व स्टंटबीज जानलेवा होती है । विशेषकर सभी अभिभावकों को विशेष ध्यान देना होगा कि उनके नाबालिग के हाथ में वाहन नहीं हो । निजी स्कूल प्रबंधन भी ध्यान रखें कि कोई नाबालिग दो पहिया या चार पहिया लेकर स्कूल नहीं आएं।
इस मौके पर जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने सड़क दुर्घटना के घायलों को गोल्डन ऑवर में मदद पहुंचाने के लिए प्रकाश कुमार, बीर सिंह प्रजापति, रथु दास, बाबूलाल टुडू, विशाल मार्डी और तुषार दास को कुल 9 हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की तथा सड़क दुर्घटना के घायलों को गोल्डन ऑवर में आगे आकर मदद करने की अपील सभी जिलेवासियों से की।