उमराह करके लौटे जायरीनों का जगह जगह हुआ इस्तकबालटीकमगढ़ के जायरीनो का मक्का मदीना से उमराह करके लौटेने की खुशी में लोगों ने जगह-जगह किया इस्तकबाल टीकमगढ़ से हज उमराह करने के लिए 20 दिन पूर्व टीकमगढ़ से जायरीनों का एक काफिला मक्का मदीना गया था जो बापिस लोटा 27 मार्च को उनकी फिलाईट मुंबई एरपोर्ट पर आई बहा उन जायरीनों को लेने टीकमगढ़ से लगभग 40 लोग मुंबई गए थे सुबह 6 बजे मक्का मदीना से उनकी फ्लाइट मुंबई एयरपोर्ट उतरी बहा जैसे ही सभी जायरीन निकले उनका उनके सभी घर बालो ने खुशी से जोरदार स्वागत किया ओर गले लगाया इसके बाद मुंबई रेलवे स्टेशन पहुचे टीकमगढ़ वाली ट्रेन में सभी लोगों ने सफर किया और सुबह 10:15 पर जैसे ही मुंबई से टीकमगढ़ आने वाली ट्रेन टीकमगढ़ आई तो मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा और उनका गर्म जोशी से स्वागत किया गया जायरीन जैसे ही ट्रेन से उतरे तो सबसे पहले मुस्लिम समाज के अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष खलील खान द्वारा लोगों का फूल माला डालकर स्वागत किया गया मुंबई दादर से गोरखपुर ट्रेन से लौटने पर जायरीन हाजी फरीद खान हज्जन फिरोज खान शाजादा ए हसन ए मिल्लत शाजाजी हसन ए मिल्लत हाजी फरीदा बेगम फैमिदा खान मन्नत फरहा खान तम्मना बानो समीर राईन अफ्साना राईन आशिब राईन सोनल खान हनीफ्खान अशगरी बेगम चाँदनी बाई सैयद इकबाल अली एजाज खान शेख दिलदार बाबू खान कनीजा खान रियाज हुसैन हनीफखान खानसहित जायरीनों का फूल माला पहनाकर और गले लगा कर इस्तकबाल किया और मुबारकबाद दी। उनके दुबारा बताया गया। परिवार व देश में भाईचारे व खुशहाली की दुआएं मांगी देश में अमन चैन बना रहे।,जायरीनों में जाने बालो में टीकमगढ़ संदेश के प्रबंध संपादक मोहसिन अहमद की माँ भी थी