*शमसुलहक खान की रिपोर्ट*
*छावनी में हाइवे की बदहाली पर नवागत जिलाधिकारी द्वारा कार्यवाही न होने से निराशा!*
यातायात की दृष्टि से पूर्वांचल की सबसे बड़ी समस्या पर जिम्मेदारों की उदासीनता के विरुद्ध जल्द तय होगा आंदोलन की रणनीति
बस्ती जनपद में भले ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा एनएच 27/28 पर नियम विरुद्ध 60किलोमीटर की दूरी के सापेक्ष महज 40किलोमीटर की परिधि में दो दो टोल स्थापित कर सुगम वह सुलभ यातायात के नाम पर जनता से टोल शुल्क की वसूली की जा रही है किन्तु हर्रैया विधानसभा के छावनी बाजार में विगत तीन साल से कच्छप गति से निर्माणाधीन अण्डरपास के चलते जिस सर्विसलेन से वाहनों का आवागमन हो रहा है वो आते दिन किसी बड़ी दुर्घटना को दावत देता दिखाई दे रहा है शायद पूर्वांचल में हाइवे की इससे अधिक बदहाली कहीं नहीं होगी किन्तु जनप्रतिनिधियों की भांति अधिकारी भी इतनी बड़ी समस्या के प्रति उदासीन है जिसको लेकर कस्बे के व्यापारियों ने आज के पांच दिन पूर्व तहसील दिवस में समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामा के नेतृत्व में नवागत जिलाधिकारी से प्रकरण की शिकायत करते हुए समस्या समाधान की मांग की थी किन्तु जिस प्रकरण पर जिलाधिकारी को जनहित तत्काल निरीक्षण करते हुए समस्या समाधान करते हुए दोषियों पर कार्यवाही करना था उस प्रकरण पर आज तक कोई कार्यवाही न होने से जनता में काफी निराशा है लोगों ने नवागत जिलाधिकारी से उम्मीद किया था कि शायद उनके निर्देशन में शीघ्र समस्या समाधान हो जाय आज व्यापारियों संग हुई वार्ता में समाजसेवी ने कहा कि यदि रविवार तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो जिम्मेदारों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाने हेतु पूर्व की भांति बड़ी लड़ाई लड़ना होगा जिसकी रणनीति हम लोग जल्द मिलकर तय कर लेंगे जरूरत पड़ी तो पूर्व गया भांति हाईवे जाम भी किया जायेगा ज्ञात हो कि आज के दो वर्ष पूर्व हाइवे के इसी बदहाली को लेकर समाजसेवी सुदामा ने सड़क पर लेटकर हाइवे जाम कर दिया था फलता: महज दो घंटे के अन्दर लेपन कार्य शुरू हो गया था!बड़ा सवाल क्या बिना किसी बड़े आन्दोलन के अधिकारियों को समस्या नहीं दिखती या वो जानबूझकर समस्या समाधान न कर सरकार के विरुद्ध जनता को आंदोलित होने को बाध्य करते हैं।