जिला उपायुक्त ने यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय व्यस्क बी.सी.जी टीकाकरण का किया शुभारंभ

18 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को बी.सी.जी का टीका निशुल्क लगाया जाएगा

28 अगस्त से 13 सितंबर तक चलेगा कुष्ठ रोगी खोज अभियान

सभी योग्य नागरिक टीकाकरण अवश्य करायें ताकि जिला से यक्ष्मा का समूल उन्मूलन हो सके : जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त

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जमशेदपुर (झारखंड)। समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर बी.सी.जी टीकाकरण का शुभारंभ जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, जिला आर०सी०एच० पदाधिकारी एवं जिला वी.भी.डी पदाधिकारी समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे ।

टीकाकरण अभियान को लेकर यक्ष्मा पदाधिकारी ने जानकारी दी कि वयस्क टी.बी वैक्सीनेशन के लिए 6 श्रेणी में लोग शामिल किए गए हैं, जिसमें 1. पाँच वर्ष पूर्व में टी०बी० रोग का उपचार ले चुके व्यक्ति 2. तीन वर्ष पहले तक के टी०बी० रोगी के सम्पर्क में रहने वाले व्यक्ति 3. धूम्रपान करने वाले व्यक्ति 4. कुपोषित व्यक्ति, 18 से कम BMI वाले 5. मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति 6. 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी व्यक्ति शामिल हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य उप केन्द्र व अन्य सभी स्वास्थ्य केन्द्र में बीसीजी टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा।

जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने अभियान के सफल संचालन का निर्देश देते हुए कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सभी सुयोग्य का टीकाकारण हो इसे स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी समन्वय बनाते हुए सुनिश्चित करेंगे।

उन्होने कहा कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जिले में यह अभियान चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य जिले से टीबी का समूल उन्मूलन है तथा इसमें प्रत्येक नागरिक की परस्पर सहभागिता जरूरी है। उन्होने सभी व्यस्क नागरिकों से अपील किया कि टीकाकरण अवश्य करायें।

जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने बताया कि टीबी से बचाव हेतु बी.सी.जी वैक्सिन एक सुरक्षित वैक्सिन है जिसे विश्व के अनेक देशों में लोगों को दिया जाता है और परिणाम भी बहुत ही सकारात्मक रहे हैं। हमारे देश में नवजात शिशु को जन्म के बाद यह वैक्सिन दिया जाता है, लेकिन इस वैक्सिन के अच्छे परिणाम को देखते हुए अब टी.बी से बचाव हेतु व्यस्कों को भी दिया जाना है। टीबी एक संक्रामक बीमारी है।

दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी हो, दो सप्ताह का बुखार, वजन में कमी होना, कफ के साथ खून आना जैसे लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है।

25 से 27 अगस्त तक पोलियो दवा पिलाई जाएगी

सिविल सर्जन ने कहा कि सभी व्यस्क टी.बी रोग से बचाव हेतु बी.सी.जी वैक्सिनेशन लेकर जिले को टी.बी. मुक्त बनाने में अपना सहयोग दें । साथ ही ही उन्होने 25 अगस्त से जिला में शुरू हो रहे पल्स पोलियो अभियान की भी जानकारी दी। उन्होने बताया कि 25 अगस्त को बूथ डे पर शून्य से पांच वर्ष तक के 90 प्रतिशत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है, दूसरे एवं तीसरे दिन यानी 26 और 27 अगस्त को छुटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।

कार्यक्रम में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा 28 अगस्त से 13 सितंबर तक चलाये जाने वाले कुष्ठ रोगी खोज अभियान के सफल संचालन का भी निर्देश दिया गया। उन्होने शिक्षा, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग तथा जेएसएलपीएस के साथ समन्वय बनाते हुए अभियान को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया।

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