जमशेदपुर पश्चिम जल प्रबंधन, मोहरदा जलापूर्ति योजना, रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट, सिटी बस परिचालन पर प्रेजेंटेशन दिया गया
जमशेदपुर (झारखंड)। जेएनएसी हितधारक समिति की बैठक समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिला दंड सह-उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में हुई। माननीय विधायक, जमशेदपुर पूर्वी श्री सरयू राय, माननीय मंत्री सह विधायक, जमशेदपुर पश्चिमी विधायक एवं माननीय सांसद, जमशेदपुर प्रतिनिधि।
बैठक में एसडीएम धालभूम श्री पीयूष सिन्हा, जेएनएसी के उप नगर आयुक्त, टाटा कंपनी के प्रतिनिधि सहित अन्य हितधारक उपस्थित थे।
जिला प्रशासन स्वर्णरेखा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना पर काम कर रहा है। इसी क्रम में बैठक में ‘जमशेदपुर पश्चिम जल प्रबंधन’ पर प्रेजेंटेशन दिया गया। शहरी क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से गोल्डनलाइन नदी में गिरने वाले नालों के पानी को कैसे शोधित कर नदी में प्रवाहित किया जायेगा, इस पर प्रेजेंटेशन दिया गया।
गोल्डलाइन नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की प्रक्रिया के तहत घरेलू सीवेज और औद्योगिक सीवेज से जुड़े 18 नालों को चिह्नित किया गया है। 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत एसटीपी, एफएसटीपी कार्य योजना पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में मोहरदा पेयजल आपूर्ति से संबंधित प्रेजेंटेशन में ऊंचाई वाले इलाकों में पानी कैसे पहुंचाया जायेगा, इस पर भी गहन चर्चा हुई। स्वर्णरेखा नदी के भोजपुर घाट से जिला स्कूल घाट तक रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना की योजना।
बैठक में घाट के सौंदर्यीकरण, आरती स्थल, बैठने की व्यवस्था, दिव्यांगों एवं थर्ड जेंडर के लिए शौचालय एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट से संबंधित अन्य कार्यों पर चर्चा की एवं सुझाव दिये। शहरी क्षेत्र में बसों के परिचालन को लेकर रांची और धनबाद के अलावा जमशेदपुर शहर का भी चयन किया गया है। सिटी बस सेवा को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया जिसमें संभावित रूट पर चर्चा की गई। समिति ने सुझाव दिया कि बसों को एक रूट पर संचालित किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को फायदा हो सके।
जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ने कहा कि नागरिक सुविधाओं के विस्तार को लेकर सभी योजनाएं महत्वपूर्ण हैं, जिला प्रशासन जल्द से जल्द जमशेदपुर शहर के हित में योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास करेगा, जिसका लाभ यहां के लोगों को मिल सके।