दिनांक 10 सितम्बर 2024
जनपद में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं
पारंपरिक बुंदेली व्यंजन एवं लोक कला संस्कृति को पर्यटकों तक पहुँचाए जाने की कार्य योजना बनाए जाने का दिया सुझाव बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के पर्यटन संकाय, बुन्देलखंड ट्रेवल टूर एसोसिएशन, होटल इंडस्ट्री के साथ मिलकर काॅनक्लेव एवं फेम टूर की रूप रेखा बनाए जाने की दिए निर्देश
झांसी।आज विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार की अध्यक्षता में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक आयोजित की गई । बैठक में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी सुश्री कीर्ति द्वारा समिति के समक्ष पर्यटन विभाग द्वारा कराये जा रहे कार्यों के बारे में बताया गया,साथ ही इस वर्ष की कार्य-योजना, सहभागिता योजना, ईको-टूरिज्म से संबंधित प्रस्तावों के बारे में चर्चा की गई ।
जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार द्वारा अवगत कराते हुए बताया गया कि बुंदेलखण्ड पर्यटन संभावनाओं की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण गंतव्य स्थल है। सरकार द्वारा पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु यहाँ पर्यटन अवस्थापना सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं। झाँसी में ऐसे अनेक स्थल हैं, जहाँ पर्यटकोचित सुविधाएँ विकसित कर पर्यटकों की संख्या बढ़ाई जा सकती है, जिससे इस क्षेत्र को आर्थिक लाभ होगा,साथ ही लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे तथा उनके जीवन स्तर में सुधार आयेगा।
जिलाधिकारी द्वारा झाँसी को पर्यटन मानचित्र पर लाने एवं अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु कार्य-योजना बनाये जाने पर विशेष बल दिया तथा बैठक में आमंत्रित शासन द्वारा नामित सदस्य श्री संतोष सोनी एवं पर्यटन एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्य कर रहे विशिष्ट सदस्यगणों द्वारा झाँसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के सुझाव दिये गये।
जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार द्वारा निर्देशित किया गया कि झाँसी में मौजूद पर्यटन संभावनाओं यथा- ईको टूरिज्म, एडवेन्चर टूरिज्म, बुन्देली व्यंजन से संबंधित एवं अन्य ऐसे क्षेत्र चिन्हित किये जाएँ, जिनमें पर्यटकों हेतु सुविधाएँ विकसित की जा सकें। तत्पश्चात इन क्षेत्रों से जुड़े देश एवं विदेश के विशेषज्ञों को यहाँ बुलाकर एक कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाए। इसके लिए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के पर्यटन संकाय, बुन्देलखण्ड ट्रैवल टूर एसोसिएशन, होटल इंडस्ट्री के साथ मिलकर कॉन्क्लेव एवं फेम टूर की रूपरेखा बनायी जाए।
जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं परन्तु सरकार के साथ-साथ निजी निवेशकों, पर्यटन उद्योग से जुड़ी संस्थाओं को पर्यटकों हेतु अच्छी आवासीय सुविधा एवं अन्य गतिविधियों हेतु अच्छे होटल, रेस्टोरेंट, कन्वेंशन सेंटर्स इत्यादि विकसित करने चाहिए। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि यहाँ के पारंपरिक बुंदेली व्यंजन एवं लोक कला, संस्कृति को पर्यटकों तक पहुँचाने हेतु उन्हें आगे आना चाहिए। जिससे झाँसी के पर्यटन स्थलों के साथ-साथ यहाँ की लोक कला एवं संस्कृति का संवर्धन एवं संरक्षण किया जा सके।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद, सहायक नगर आयुक्त श्री अबुल कलाम, प्रोफेसर सुनील काव्या, श्री पन्नालल असर, श्री अनिरूद्ध रावत, श्री चन्द्र सोनी, श्री सत्यम दुबे, श्री जितिन सहगल एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे ।
टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।