झांसी दिनांक 23 अगस्त 2024
मण्डल के चिकित्सा इकाईयों में होगा व्यापक सुधार, राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे चिकित्सालय- मण्डलायुक्त
आयुक्त ने की एन.एच.एम. के कार्यक्रमों की गहन समीक्षा, कम वित्तीय व्यय पर जतायी नराजगी
हर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में मिलेंगी मानसिक स्वास्थ्य परामर्श सेवायें
नवजात बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र व बर्थ डोज का टीका शत-प्रतिशत लगवाने के लिये प्रभारी चिकित्साधिकारी होंगे जिम्मेदार
झांसी: मण्डलायुक्त श्री बिमल कुमार दुबे ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा करते हुये स्वास्थ्य कार्यकर्मों के प्रति संवेदनशील रहकर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होने स्वास्थ्य सम्बन्धी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन को समय से उपलब्ध कराने हेतु गहन समीक्षा करते हुये झांसी मण्डल के तीनों जनपदों झांसी, ललितपुर एवं जालौन के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया।
झाँसी मण्डल की चिकित्सा इकाईयों की गुणवत्ता में सुधार कर राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने के लिये मण्डलायुक्त ने समयबद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। मण्डलायुक्त ने कहा कि जिला चिकित्सालय झाँसी एवं उरई के सभी चिन्हित कमियों को दूर कराते हुये अगले दो माह में राष्ट्रीय मूल्यांकन के लिये तैयार कराया जाये तथा मण्डल के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप बनाने के लिये समयबद्ध कार्यवाही की जाये।
मण्डलीय परियोजना प्रबंधक सिफ्सा/एन.एच.एम. आनन्द चौबे ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया जिसमें आयुक्त ने 50 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर) के राज्य स्तरीय मूल्यांकन में सफल होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि इन सभी केन्द्रों का अगले दो माह में राष्ट्रीय मूल्यांकन कराया जाये।
एन.एच.एम. के कार्यक्रमों में वित्तीय प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी जताते हुये मण्डलायुक्त ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कार्ययोजना बनाते हुये क्रमिक व्यय में सुधार लायें। सभी लम्बित वित्तीय कार्यों को त्वरित गति से निपटाया जाये।
मण्डलायुक्त ने नवजात बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र, बर्थ डोज का टीकाकरण कार्य शिथिल पायें जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि शत-प्रतिशत बर्थ डोज का टीकाकरण कराने हेतु प्रभारी चिकित्साधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होने सी.एम.ओ. को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य सेवाओं में रुचिपूर्वक कार्य न करने वाले एम0ओ0आई0सी0 पर कार्यवाही सुनिश्चित करायें।
झाँसी मण्डल के जिलों में व्यय की स्थिति-
झाँसी जनपद में स्वीकृत बजट 12981 लाख रू. के सापेक्ष 2185 लाख रू. (17 प्रतिशत), जनपद जालौन में 9250 लाख रू. के सापेक्ष 1243 लाख रू. (13 प्रतिशत) तथा ललितपुर जनपद में 7657 लाख रू. के सापेक्ष 1144 लाख रू. (15 प्रतिशत) का व्यय किया गया।
मानसिक स्वास्थ्य एक गंभीर चुनौती के रूप में उभर के सामने आ रहा है। विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रकाशित समाचारों से पता चल रहा है कि क्षेत्र में आत्म हत्याओं की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं जिसका मूल कारण लोगों में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिये बैठक के दौरान मण्डलायुक्त ने चिकित्सालयों में नियमित ओ.पी.डी. के अतिरिक्त मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला में मानसिक स्वास्थ्य की परामर्श सेवायें दिये जाने तथा राष्ट्रीय स्तर से संचालित मानसिक स्वास्थ्य हैल्प लाइन सेवा ‘टेली मानस 14416’ का व्यापक प्रचार-प्रसार कराये जाने के निर्देश दिये।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिये लिये गये महत्वपूर्ण निर्णय जिला महिला चिकित्सालय झाँसी में स्त्री रोग विशेषज्ञों की कमी का मुद्दा उठने पर मण्डलायुक्त ने सी.एम.ओ. झाँसी को निर्देश दिये कि जनहित में नगरीय पी.एच.सी. पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञों की सेवायें उपलब्ध करायें। मण्डलायुक्त ने आयुष्मान कार्ड की केवाईसी अपडेट सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एन.एच.एम. के संचालित आर.सी.एच. पोर्टल व ई-कवच पर सभी लाभार्थियों का डेटा शतप्रतिशत फीड किया जाये। नीति आयोग द्वारा तय किये गये जनपद ललितपुर के विकास खण्ड मड़ावरा एवं जनपद जालौन के जालौन एवं रामपुरा विकास खण्ड के आकांक्षात्मक श्रेणी के 05 विषयगत क्षेत्रों यथा चिकित्सा एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं सम्बद्ध सेवायें, आधारभूत अवसंरचना तथा सामाजिक विकास के अन्तर्गत निर्धारित नये 50 सूचकांकों के अनुश्रवण में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। निर्धारित सूचकांकों पर शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित आर.बी.एस.के. कार्यक्रम के माध्यम से आँगनबाड़ी एवं स्कूलों के विभिन्न जन्मजात बीमारियों से ग्रसित बच्चों को खोजकर उनके उपचार/सर्जरी कराये जाने की योजना की नियमित समीक्षा कि जाये जिससे सभी प्रभावित बच्चे उपचारित हो सकें।
बैठक में अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. सुमन, जे.डी. स्वास्थ्य डा. जयप्रकाश, डा. आर0के0 सोनी, जिला अस्पताल के सीएमएस डा. पी.के. कटियार, सीएमओ झांसी डा. सुधाकर पाण्डेय, सीएमओ जालौन डा. एन.डी. शर्मा, सीएमओ ललितपुर डा. इम्तियाज अहमद, जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजनारायण, जेडीसी ऋषिमुनि उपाध्याय, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एस.एन. त्रिपाठी, यूनीसेफ के प्रतिनिधि, मण्डल के तीनों जनपदों के जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ, खाद्य एवं सुरक्षा के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक का संचालन मण्डलीय परियोजना प्रबंधक सिफ्सा/एन.एच.एम. आनन्द चौबे ने किया।
टीम मानवाधिकार मीडिया से ब्यूरो रिपोर्ट झांसी।