झांसी -डा अंबेडकर राष्ट्रीय अधिवक्ता संघ भारत के तत्वधान में कलेक्ट्रेट परिसर में एड चंद्र भान आदिम के चैंबर पर दलितों पिछड़ों के मसीहा सामाजिक न्याय के योद्धा पेरियार ललई सिंह यादव जी की 112 वी जयंती मनाई गई एड चन्द्र भान आदिम ने पेरियार ललई सिंह यादव को महान विभूति बताया उन्होंने कई नाटको का अनुवाद उन्होंने सामाजिक न्याय के लिए हमेशा तैयार रहते थे उन्होंने कई पुस्तकों की रचना की जो अत्यंत विवादित रही उन्होंने सच्ची रामायण का हिंदी में अनुवाद किया उस किताब को सरकार ने जप्त कर दिया था हाई कोर्ट इलाहाबाद से मुकदमा दर्ज कर मुकदमा जीता और उस समय उन्हें 300/रुपए कोर्ट द्वारा दिलाए गय इस मौके पर एड चंद्र भान आदिम, एड संतोष कुमार दोहरे, एड रविन्द्र कुमार , एड एन डी गौतम,एड विकास यादव एड बाबूलाल यादव, एड संतोष राज वर्मा, एड राजयोगेन्द्र कुमार, एड सुनीता केसरी, एड नन्दनी, एड मुस्कान, एड अरविन्द कुमार वर्मा, एड राजेश बौद्ध, एड कैलाश चन्द अहिरवार, एड अभिषेक आदिम, आदि एडवोकेट ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए