जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने की कृषि, गव्य, मत्स्य, उद्यान, सहकारिता, भू-संरक्षण एवं पशुपालन विभाग की समीक्षा
चाकुलिया एवं बहरागोड़ा क्षेत्र में काजू प्रोसेसिंग प्लांट लगाने पर की गई चर्चा
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में कृषि एवं सबद्ध विभाग की योजनायें काफी अहम, व्यापक प्रचार प्रसार कर लाभ पहुंचायें
कृषि उद्यमिता को बढ़ावा दें, किसानों के उपज को मिले बेहतर दाम इस दिशा में प्रयास करें पदाधिकारी
जमशेदपुर (झारखंड)। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा कृषि, गव्य, मत्स्य, उद्यान, सहकारिता, भू-संरक्षण एवं पशुपालन विभागीय योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में जिले के किसानों को उनके उपज के बेहतर रख रखाव, बेहतर दाम, उन्नत कृषि प्रशिक्षण, ग्राम स्तर पर किसान गोष्ठी के आयोजन पर विशेष बल दिया गया ताकि यहां के किसान सिर्फ जीविकोपार्जन के लिए खेती नहीं करें बल्कि आत्मनिर्भर होते हुए दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकें ।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने जिले में कृषि उद्यमिता को बढावा देने की बात कही। चाकुलिया एवं बहरागोड़ा क्षेत्र में काजू प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होने कहा कि सही मार्गदर्शन के अभाव में कई बार किसानों को उनके उपज का बेहतर दाम नहीं मिल पाता है। काजू प्रोसेसिंग प्लांट लग जाने से काजू उत्पादन किसान अपने साथ अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकेंगे । उन्होने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ें । गांव-गांव में किसान गोष्ठी करें, किसानों को कृषि उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करें । जिला प्रशासन उन्हें योजनाओं का लाभ देते हुए इसके क्रियान्वयन में पूरा सहयोग करेगी ।
समीक्षा बैठक में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने सहकारिता विभागीय योजनाओं में धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता जाहिर किया, निर्देश दिया कि पदाधिकारी समन्वय स्थापित कर योजनाओं को धरातल पर उतारें, किसानों-लाभुकों के बीच जायें, लाभुक अंशदान जमा करने में समस्या आ रही हो तो उन्हें योजनाओं का लाभ बताते हुए प्रेरित करें । उन्होंने निर्देश दिया कि योजनाओं का प्रचार-प्रसार व्यापक व जमीनी स्तर पर करवायें, ताकि अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ किसानों को मिल सके । डीप बोरिंग की योजना के लिए ज्यादा से ज्यादा आवेदन प्राप्त करने का निर्देश भू संरक्षण पदाधिकारी को दिया गया ।
बैठक में स्वॉयल हेल्थ कार्ड, पशुपालन में बकरा, कुक्कुट, गाय, बत्तख पालन आदि, सिंचाई से जुड़ी योजनाओं में तालाब निर्माण एवं जीर्णोद्धार, डीप बोरिंग की योजना, फसल राहत योजना, किसान ऋण माफी, जन औषधि केन्द्र, केज फिसिंग, मछली जीरा वितरण के अलावा मत्स्य प्रसार-प्रशिक्षण एवं अनुसंधान, तालाबों में मिश्रित मत्स्य पालन आदि से जुड़े कार्यों एवं अन्य सभी विभागीय योजनाओं में प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई ।
बैठक में अपर उपायुक्त श्री जयदीप तिग्गा, जिला योजना पदाधिकारी श्री अरूण द्विवेदी, जिला सहकारिता पदाधिकारी श्री विजय प्रताप तिर्की, जिला कृषि पदाधिकारी, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, एलडीएम तथा अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।