मानवाधिकार मीडिया से संवाददाता कौशल कुमार की रिपोर्ट।
रिश्तेदार बन कर फोन काल के माध्यम से फ्रॉड कर निकाली गई 50,000/- रु0 की संपूर्ण धनराशि पीड़ित के खाते में वापस करायी गई।
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद उन्नाव के कुशल निर्देशन एवं श्रीमान अपर पुलिस अधीक्षक महोदय उत्तरी एवं श्रीमान क्षेत्राधिकारी महोदय नगर के कुशल पर्यवेक्षण में साइबर अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में रिश्तेदार बनकर फोन कॉल के माध्यम से फ्रॉड की गई 50,000/- रु0 की संपूर्ण धनराशि पीड़ित के खाते में साइबर क्राइम थाने द्वारा वापस करायी गई।
संक्षिप्त विवरण- दिनाँक 07.01.2024 को साइबर क्राइम थाना ,जनपद उन्नाव में पीड़ित आरक्षी श्री बीरेन्द्र प्रताप सिंह थाना कोतवाली सदर जनपद उन्नाव द्वारा एक प्रार्थना पत्र बावत आवेदक को रिस्तेदार बनकर फोन कॉल करके आवेदक के खाते से 50000/- रूपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी कर ली गयी थी । जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए साइबर क्राइम थाना,उन्नाव की टीम द्वारा 50000/- रूपये की सम्पूर्ण धनराशि आवेदक के खाते में रिफण्ड करायी गयी ।
गिरफ्तार करने वाली टीम-
1.निरी0 अश्वनी कुमार मिश्रा, प्रभारी साइबर क्राइम थाना,
2.निरी0 ज्ञानेन्द्र कुमार, साइबर क्राइम थाना,
3.उ0नि0 सुभाष चन्द्र, साइबर क्राइम थाना, जनपद-उन्नाव ।
4.उ0नि0 अयोध्या प्रसाद, साइबर क्राइम थाना,
5.मुख्य आरक्षी तरूण कुमार सिंह, साइबर क्राइम थाना,
6.आरक्षी शमसुद्दीन, साइबर क्राइम थाना,
7.आरक्षी मोनू यादव, साइबर क्राइम थाना,
8.महिला आरक्षी कुन्ती अग्रवाल, साइबर क्राइम थाना,
9.महिला आरक्षी श्रुति मिश्रा, साइबर क्राइम थाना,