*शमसुलहक खान की रिपोर्ट*
*देश के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की याद में 15 अक्टूबर बुद्धा ऑडिटोरियम गोमती नगर मैं होने वाले तालीमी बेदारी के सेमिनार में देश के कोने कोने से से शिक्षाविद सामाजिक कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं रहे!*
देश के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की याद में 15 अक्टूबर को लखनऊ के बुद्धा ऑडिटोरियम ,गोमती नगर में होने वाले तालीमी बेदारी के सेमिनार में देश के कोने कोने से शिक्षाविद/सामाजिक कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं।
बस्ती जिला मुख्यालय से 20 कि. मी. एक छोटे से गाव पूरा पिरई निवासी चंबल वाले गुरु जी के नाम से प्रसिद्ध समाजसेवी आदिल खान भी सेमिनार में शिरकत करेंगेंl
एक शख्स जिसका लोग करें सम्मान बस्ती के उस समाजसेवी का नाम है आदिल खान
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आदिल खान का जन्म बस्ती जिले के ब्लॉक बहादुर के ग्राम पंचायत पूरा पिरई में एक छोटे से किसान के घर हुआ
इनके पूर्वज क्रांतिवीर पिरई खां थे जो 1857 के महुआ डाबर ज़नविद्रोह के महानायक थे l
जहां कभी गोलियों की तड़तड़ाहट होती थी वहाँ आज बस्ती के इस लाल ने लोगों तक नि शुल्क शिक्षा पहुंचा आज उन्हें लोग चंबल वाले गुरु के नाम से जानते है वे अभी 6 दर्जन से अधिक बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे है
अभी हाल ही में समाजसेवी को उनके सामाजिक कार्य के लिए भारत वीर मुकुंदी लाल सम्मान से औरैया जिला में सम्मानित किया गया
सामाजिक कार्यों को करने में हमेशा आपको अग्रिम पंक्ति में खड़े नजर आएंगे l
चाहे शिक्षा, चिकित्सा,या नशा मुक्ति के साथ साथ सरकारी योजनाओं से लोगों को अवगत कराने का भी कार्य करते रहते है!
सामाजिक आंदोलनों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहते है