दो जगह के प्रभार में उलझा टीकमगढ़ आरटीओ ऑफिस
आरटीओ एजेंट्स की हड़ताल को किया नजरअंदाज
टीकमगढ़। जिला आरटीओ कार्यालय में आरटीओ एजेंट्स की हड़ताल होने के बाद आये आरटीओ अधिकारी ने एजेंटस्की हड़ताल को नजरअंदाज करते हुए कहा कि आरटीओ विभाग में नियमानुसार एजेंट्स का कोई प्रावधान नही है इसलिए एजेंट्स की बात तो मैं नही करूंगा लेकिन जनता के कार्य के लिए जितना समय मुझे मिलता है। उतना समय मैं देता हूं।
प्रभारी जिला परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शुक्ला के नियमित कार्यालय न आने का विरोध करते हुए सोमवार को आरटीओ एजेंट ने हड़ताल कर दी। उन्होंने दुकानें बंद रखकर आरटीओ दफ्तर में जमकर नारेबाजी की।
जबकि पिछले करीब डेढ़ साल से टीकमगढ़ जिला परिवहन दफ्तर में स्थाई आरटीओ न होने की बजह से सागर आरटीओ सुनील कुमार शुक्ला को टीकमगढ़ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जिसके चलते अक्सर आरटीओ अधिकारी के न होने से ज्यादातर समय जिला परिवहन कार्यालय में अधिकारी और बाबू गैर हाजिर रहते हैं। जिससे जिला परिवहन कार्यालय में कामकाज लगभग ठप चल रहा है।
लाइसेंस से लेकर नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन और अन्य काम के लिए लोगों को महीनों चक्कर काटना पड़ रहे हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी स्थाई जिला परिवहन अधिकारी की नियुक्ति नहीं की जा रही है। इसके विरोध
में सभी आरटीओ एजेंट ने अपनी दुकान बंद रखकर हड़ताल कर दी। इस दौरान जिला परिवहन अधिकारी पर मनमानी के आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की गई।
बही दूसरी ओर प्रभारी जिला परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शुक्ला ने कहा कि मेरा संभागीय मुख्यालय सागर है। इसलिए वहां काम ज्यादा रहता है। समय की कमी के कारण टीकमगढ़ दफ्तर के लिए कम समय दे पाता हूं। उन्होंने सप्ताह में एक दिन टीकमगढ़ परिवहन कार्यालय में आने की मजबूरी बताई।