महराजगंज/नौतनवां: नौतनवां तहसील में गुरुवार को पैरवी पर आये हुए दो पक्षों में हुए मारपीट का वीडियो हुआ वायरल वीडियो देख चौक जाएंगे आप अखाड़ा है या तहसील चर्चाओ का बाजार गर्म नाम न बताने की शर्त पर एक अधिवक्ता द्वारा यह बताया गया कि नौतनवा तहसील में न्यायालय चलने के दौरान पैरवी करने आई एक महिला को चल रहे न्यायालय में विपक्ष के अधिवक्ता के द्वारा मार गया।
तो क्या न्यायालय के पीठासीन अधिकारी द्वारा उस अधिवक्ता पर कोई कार्यवाही की गई? इस तरह के मामलों में कही न कही जिम्मेदार पदा अधिकारी भी हो सकते हैं ऐसे मामलों के बाद कार्यवाही तो दूर इस तरह के मामलों से निपटने के लिये आवश्यक सुरक्षा इंतजाम व पैरवी के दौरान लगी भीड़ को भी हटाने की जहमत गवारा नहीं करते। वही तहसील के एक अधिवक्ता को तो इस तरह का लड़ना ही मानो रास आता है इसी तरह की घटना इसी वर्ष के शुरू माह के दौरान घटी थी जब आरिफ नाम के पीड़ित जो भू माफियाओं और उनके गैंग के खिलाफ खड़ा हुआ था जिसमे खुद एक अधिवक्ता जो वकालत का काम कम जमीन की खरीद फरोख्त ज्यादा करते हैं।तो पैरवी करने आये पीड़ित को न्यायालय में पीठासीन अधिकारी के सामने गाली और धमकी देते हुए कलर पकड़ के मरने लगे तो वहाँ स्थिति अधिवक्ताओ के बीच बचाव से मामला शांत हुआ।इस तरह की घटनाओ पर पछपात और निरंकुशता दिखाना पीठासीन अधिकारी द्वारा न्याय संगत कार्यवाही नही करना बल्कि अपने की आदेश को काट के ऑर्डर शीट में तत्काल बदलाव करने के कारण ही भू माफियाओं के मानोबल बढ़ जाता हैं इस तरह की घटनाएं क्या बढ़ रही हैं?
नौतनवां तहसील में फर्जी राजिस्ट्ररी के मामले तो आम बात है पात चलने पर कानूनी गलियारे के रूप में भू माफियाओं को रैटिफिकेशन दाखिल करने तक रिपोर्ट में समय लगा दिया जाता है ताकि उनके खिलाफ शुसंगत धाराओ में मुकदमा दर्ज न हो जाए।
तहसीलदार न्यायालय के बाहर दो पक्षों में हुए मारपीट में अधिवक्ताओं द्वारा बीच बचाव किए जाने के दौरान उपद्रवियों द्वारा अधिवक्ताओं से भी विवाद कर लिया गया। इस प्रकरण के सम्बंध में सीओ नौतनवा द्वारा बताया गया कि अधिवक्ताओं द्वारा स्थानीय थाने पर अभियोग पंजीकृत कराया गया है पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।