पीडब्ल्यूएस शिक्षालय में श्रीमती सूर्या धैर्य पटेल स्नेहा, नरेंद्र सिंह राठौड़, श्रीमती आशा कंवर जोधा ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड
— स्नेहा पटेल सर्वश्रेष्ठ सकारात्मक सक्रिय कार्यकर्ता।
— नरेंद्र सिंह राठौड़ में दर्ज की शत प्रतिशत उपस्थिति।
— श्रीमती आशा कंवर जोधा राष्ट्रीय टीम में पहली क्वालीफायर महिला।
परमशक्ति धाम, अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के समीप परमशक्ति धाम, गोरसरा शुक्ल में 1 ईंट 1 रुपए के जन सहयोग से निर्माणाधीन पीडब्ल्यूएस शिक्षालय से जुड़ी श्रीमती सूर्या धैर्य पटेल स्नेहा अहमदाबाद, नरेंद्र सिंह राठौड़ जोधपुर और श्रीमती आशा कंवर जोधा जोधपुर ने एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया है।
उपरोक्त की जानकारी देते पीडब्ल्यूएस प्रमुख तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय से जुड़ने वाली श्रीमती सूर्या धैर्य पटेल स्नेहा जो कि गुजरात के अहमदाबाद की निवासिनी हैं वह पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार की एकमात्र ऐसी महिला सदस्या हैं जोकि जुड़ने से आज तक शत प्रतिशत सकारात्मक सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं तथा स्नेहा पटेल ने न सिर्फ संगठन में लोगों को जोड़ा बल्कि उन्होंने अपने सेवा कार्यों से पूरे देश में एक विशेष पहचान बनाई। आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि नरेंद्र सिंह राठौड़ जोकि राजस्थान के जोधपुर के निवासी हैं वह पीडब्ल्यूएस शिक्षालय में शुरुआती समय से जुड़े हुए हैं और वह अभी तक पीडब्ल्यूएस शिक्षालय से संदर्भित सभी कार्यक्रमों में व सभी अधिवेशन में शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करा चूके हैं। नरेंद्र सिंह राठौड़ भी सामाजिक सेवा कार्य में एक अद्वितीय भूमिका निभाते रहे हैं। आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया है कि राजस्थान के जोधपुर की निवासिनी श्रीमती आशा कंवर जोधा पीडब्ल्यूएस शिक्षालय से जुड़ी सबसे पुरानी मातृशक्तियों में से एक हैं जिन्होंने कोरोना काल में अपने अद्वितीय सेवा कार्य से देश में एक विशेष पहचान बनाई और साथ ही वह पीडब्ल्यूएस शिक्षालय से संदर्भित सभी कार्यक्रम व अधिवेशन में उपस्थित रही हैं। श्रीमती आशा कंवर जोधा मातृशक्ति टीम से पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाने वाली पहली क्वालीफायर महिला हैं।
बता दें कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने व समाज के सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ अपने राष्ट्र भारतवर्ष को एक शिक्षित, विकसित व आत्मनिर्भर विश्वगुरु राष्ट्र बनाना है।