प्रयागराज मंडल, रेलवे न्यूज


कानपूर स्थित न्यू कोचिंग काम्प्लेक्स में किया गया मॉक ड्रिल
चंदारी – कानपुर सेन्ट्रल के मध्य ट्रेन दुर्घटना के दौरान यात्रियों के बचाव एवं रेस्टोरेशन प्रक्रिया का किया गया मॉक ड्रिल
प्रयागराज मंडल द्वारा अपनी आपदा प्रबंधन की तैयारियों के अंतर्गत आज दिनांक 29 नवम्बर 2023 को एनडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस तथा स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर चंदारी – कानपुर सेन्ट्रल के मध्य अवपथन के साथ साथ ट्रेन में आग लगने की तथा ट्रेन दुर्घटना के दौरान यात्रियों के बचाव की प्रक्रिया पर मॉक ड्रिल किया गया। इस अभ्यास के लिये कानपूर स्थित न्यू कोचिंग काम्प्लेक्स को चुनकर उसे दुर्घटना स्थल के रुप में विकसित किया। इस अभ्यास के क्रम में आज दिनांक 29.12.2023 को प्रयागराज मण्डल के चंदारी – कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन के मध्य किलोमीटर संख्या 1015 /15 -17 पर गाड़ी संख्या 011CX (प्रयागराज – आनंद विहार टर्मि.) के अवपथन की सूचना कंट्रोल को प्राप्त होने, गाड़ी के एक कोच अवपथित होने और उसमें आग लगने, गाड़ी के दो कोचों में लगभग 11 व्यक्ति बुरी स्थिति में फंसे होने की सूचना गार्ड के द्वारा रेलवे कंट्रोल रूम को दी गई| सूचना प्राप्त होते ही विभिन्न एजेंसियों जैसे रेलवे ART -ARME, सिविल पुलिस, एनडीआरफ, सिविल डिफेंस सिस्टम, फायर फाइटिंग टीम इत्यादि को कॉल किया गया। सभी एजेंसियों ने यथासंभव यथाशीघ्र दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर अपनी-अपनी कार्य प्रणाली और scope of work के अनुसार रेस्क्यू कार्य को अंजाम दिया। इस दौरान एक कोच अवपथित और कोच में आग लगने की वास्तविक दुर्घटना के समान दृश्य बनाया गया। यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय के निर्देशो के अनुक्रम में किया गया ।
इस अभ्यास के दौरान वास्तविक दुर्घटना के दौरान बरती जाने वाली सारी सावधानियों के साथ-साथ राहत एवं बचाव कार्यों को किया गया है। इस दौरान रेल प्रशासन एवं सिविल डिफेन्स की टीम द्वारा मिलकर डिब्बे में फंसे हुए लोगों को निकालने के क्रम में सर्वप्रथम सभी उपकरणों को यथोचित स्थान पर ले जाकर रखने एवं समुचित व्यवस्था को बनाकर सबसे पहले डिब्बे की खिड़कियों और छत को काटकर फंसे हुए यात्रियों को निकालने का प्रयास किया जाता है, इस दौरान विभिन्न तकनीक का भी प्रयोग किया गया है। उसके बाद दुर्घटना के दौरान दुर्घटनाग्रस्त डिब्बे का दरवाजा न खुल पाने की स्थिति में खिड़की एवं उसके बगल के स्थान को तथा छत को काटकर उसमें से यात्रियों को निकालने का भी अभ्यास इस दौरान किया गया । इसी क्रम में डिब्बे में लगी आग पर फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा काबू पाया गया| घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार देने के उपरांत एम्बुलेंस के माध्यम से हॉस्पिटल में भर्ती कराने का भी अभ्यास सफलता पूर्वक किया गया |
ट्रेन दुर्घटना पर आधारित इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य भारत सरकार व राज्य सरकार के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न विभागों के बीच राहत व बचाव कार्य के दौरान कुशल समन्वय स्थापित करना है | इस दौरान राष्ट्रीय आपदा मोचन बल लखनऊ,सिविल प्रशासन,स्काउट गाइड ,रेलवे सुरक्षा बल जी.आर.पी., एवं मेडिकल स्टाफ के कर्मचारियों ने मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया | ज्ञात हो कि दुर्घटना से बचने और विपरीत परिस्थितियों में प्रभावी रूप से निपटने के लिए रेलवे ऐसे अभ्यास करता रहता है |
इस अभ्यास के दौरान इस बात का समुचित ध्यान रखा जाता है कि विभिन्न कार्यरत विभागों के मध्य संचार नियमित बना रहे और दुर्घटना स्थल पर कार्य कर रहे विभिन्न विभागों की टीमों द्वारा एकजुट होकर कार्य करना भी इस अभ्यास के दौरान सुनिश्चित किया जाता है।इस अभ्यास के दौरान सभी संरक्षा सावधानियों का ध्यान रखा जाता है।
इस दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक / प्रयागराज श्री संजय सिंह के मार्गदर्शन में NDRF कमान्डेंट श्री अनिल कुमार पाल और उनकी टीम ,उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी शुश्री मनीषा गोयल ,वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी श्री उमेश चन्द्र शुक्ल , वरिष्ठ मण्डल मेकेनिकल इंजीनियर /O&F श्री विकास कुमार ,सहायक मण्डल अधिकारी, कानपुर श्री संतोष त्रिपाठी सहित मण्डल एवं अन्य विभागो के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे |

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