प्रयागराज में कराए जा रहे सौंदरीकरण के दृष्टिगत मेला अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई –अभिषेक गुप्ता
आगामी महाकुंभ 2025 से पहले जनपद प्रयागराज में कराए जा रहे सौंदरीकरण के दृष्टिगत मेला अधिकारी कुंभ मेला श्री विजय किरन आनंद की अध्यक्षता तथा जिलाधिकारी श्री नवनीत चहल एवं अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में मेला कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में बैठक संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों पर चर्चा करते हुए मेला अधिकारी ने सर्वप्रथम प्रयागराज को स्वच्छता एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से तिरूपति एवं अन्य विश्वस्तरीय आध्यात्मिक पर्यटन केन्द्रों की भांति विकसित करने का प्रयास करने को कहा। उन्होंने सौंदरीकरण हेतु कराये जा रहे कार्यों पर बिन्दुवार चर्चा करते हुए सर्वप्रथम पिछले कुम्भ में विकसित किए गए 64 ट्रैफिक जंक्शन का आवश्यकतानुसार पुनः सौन्दर्याकरण करने एवं महाकुम्भ 2025 के दृष्टिकोण से चिन्हित किए गए 39 ट्रैफिक जंक्शनों को नये सिरे से विकसित करने पर जोर दिया। इसी क्रम में मेला क्षेत्र तक आने वाले सभी एप्रोच रोड पर आने वाले सरकारी भवनों के फसाड तथा गेटों को एकरूपता देने पर भी चर्चा हुई। जीटी जवाहर तथा मेला क्षेत्र के आसपास के एरिया को भी एकरूपता देने पर चर्चा की गयी।
फ्लाईओवर एवं एप्रोच रोड पर बेहतर लैण्ड स्केपिंग एवं हरित बेल्ट विकसित करते हुए सुन्दर साइनेज व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं। शहर एवं मेला क्षेत्र में थीम लाइटिंग भी करायी जाएगी जो नवम्बर 2024 से मार्च 2025 तक विभिन्न मार्गों पर दिखायी पड़ेगी। इस कार्य हेतु विजली विभाग के अधिकारियों को कान्सेप्ट नोट बनाकर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए गए। शहर के विभिन्न इंट्री प्वाइंट पर विकसित किए जा रहे थिमैटिक गेट्स पर किस तरह की मूर्तियां लगायी जा सकती है एवं सौन्दयीकरण कराया जा सकता है इस पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी एवं सुझाव मांगे गये हैं। पर्यटन विभाग से स्टेट्स पवेलियन एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन एवं अन्य स्थानों पर विकसित करने को कहा गया है जिसमें विभिन्न प्रदेशों का खाना पर्यटकों हेतु उपलब्ध कराया जा सकेगा। इन सभी कार्य के कॉन्सेप्ट नोट अगले दो हफ्ते में संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत करने को कहा गया है।
मेलाधिकारी ने मेला क्षेत्र में वेण्डिंग – नान वेण्डिंग तथा पार्किंग एवं नो पार्किंग जोन्स विकसित करने पर भी चर्चा की जिसके दृष्टिगत संबंधित अधिकारियों से सुझाव मांगा गया है। आगामी महाकुम्भ में हर बार की भांति पर्यटन विभाग द्वारा प्रदशर्नी लगाने के साथ साथ सेना द्वारा एक डिफेन्स म्यूजियम स्थापित करने पर भी चर्चा की गयी जिसके अन्तर्गत सेना के अधिकारियों से राष्ट्र प्रेम दर्शाते हुए एक प्रदर्शनी लगाने का भी अनुरोध किया गया है।