बेतपुर जंगल के वृक्ष कटाई पर रोक नहीं लगी तो धरने पर बैठेंगे , महंत देवस्वरूपानंद
टीकमगढ़ ,विशेष गरुवंश जल एवं पर्यावरण बचाने के लिए पद यात्राओं के साथ जन जागरण करता हूँ एवं बौद्धिक, आंदोलन आदि के रूप में सेवा कार्य करता हूँ जो 15 सालों से कर रहा हूँ। मेरा राष्ट्र धर्म प्रकृति के लिए संम्पर्ण जीवन समर्पित है, ग्राम बैदपुर जिला टीकमगढ़ में जंगल को काटकर प्रकृति को नष्ट करने की सूचना समाचार पत्रों व सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई थी, उक्त विषय में मेरे द्वारा जिला वन अधिकारी महोदय टीकमगढ़ से फोन पर लंबी वार्ता हुई लेकिन उनका वृक्षों को बचाने के लिए कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं था, न ही वे समस्या के समाधान करने में सक्षम दिखे। प्रकृति पेड़ पौधे, जंगल नदी तालाव हमारे राष्ट्र की धरोहर है इन्हें बचाकर रखना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है जैसा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा एवं महामहिम राष्ट्रपति जी के द्वारा तथा प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री के द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए अनेक प्रकार से प्रयास किये जा रहे है वृक्ष केवल प्राणवायु ही नहीं देते वृक्ष जीव जन्तु एवं पक्षियों का घर भी होता हैं इसलिए किसी भी जीव को बेधर करने का हमारा संविधान भी अनुमति नहीं देता, अगर वैदपुर का जंगल काटा जायेगा तो छोटे बड़े पौधे मिलाकर लगभग 25 हजार वृक्ष काटे जाने की संभावना है जिसमें हजारों जीव जन्तु जर पक्षी धर असंतुलित हो जायेगे और आने वाले समय में पक्षियों की प्रजाति विलुप्त हो जायेगी। साथ ही पर्यावरण भी होगा प्रकृति जीव मानव के लिए आपसे विनम्र आग्रह है कि बैदपुर का जंगल कटने से रोके ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश सार्थक हो और आगे भी पेड़ पौधे जंगल नदी तालबों के प्रति जन मानस की आस्था एवं बनी रहे। व्यक्तिगत तौर पर मैं वृक्षों के कटने की खबर से बहुत पीडित हूँ तथा आमजन मानस भी दुखी है।
अतः श्रीमान जी आपसे विनम्र आग्रह है कि 24 घंटे के पूर्व बैदपुर जंगल को नष्ट होने से बचाने तत्काल रूप से मौके पर रोक लगाने की कृपा करें अन्यथा मैं स्वयं व अन्य सामाजिक संगठन समाजसेवी
हेतु संयुक्त कलेक्टर कार्यालय के सामने शांतिपूर्ण तरीके धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होऊंगा
महंत देवस्वरूपानंद के साथ ज्ञापन देने में मौजूद रहे मुकेश, अमान सिंह, महेंद्र रिछारिया, हरिराम कुशवाहा, लक्ष्मन कुशवाहा भईयाराम यादव सहित कई लोग मौजूद रहे