आईपीसी के जगह आज से दर्ज होगा बीएनएस में एफआईआर
नौतनवां/महराजगंज:भारतीय दण्ड संहिता के स्थान पर भारतीय न्याय संहिता व आपराधिक प्रक्रिया संहिता की जगह पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता व भारतीय साक्ष्य अधिनियम1872 की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 सम्पूर्ण भारत में आज से होगा
प्रभावी।
भारतीय दण्ड संहिता 1860 में कुल 511 धाराएं 23 अध्याय थे। लेकिन जुलाई से लागू होने वाली भारतीय न्याय संहिता में अब केवल 358 धाराएं व 20 अध्याय रखे गए हैं। 25 दिसंबर 2023 को भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता,भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को राष्ट्रपति के मंजूरी के बाद यह जुलाई 2024 से पूरे देश में प्रभावी हो गई हैं। इसकी जानकारी देते हुए,इलाहबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता मोहम्मद आजम ने मानवाधिकार मीडिया से बातचीत में बताया कि,आज से भारतीय दण्ड संहिता के जगह पर भारतीय न्याय संहिता पूरे देश में प्रभावी हो गई है। जिसमें कुछ प्रमुख धाराओं के परिभाषाओं में कोई बदलाव न करके उनकी धाराओं की संख्या में बदलाव किया गया हैं। भारतीय दण्ड संहिता में पूर्व के निरर्थक धाराओं को हटा दिया गया है।आपराधिक प्रक्रिया संहिता की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता को लाया गया है।जो पूर्व की संहिता से काफी सुलभ है। इसमें प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कई माध्यमों का रास्ता प्रशस्त कराया गया है।यह प्रक्रिया त्वरित न्याय को बढावा देगा।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को प्रभावी किया गया है।इस में वर्तमान समय में घटना में प्रयुक्त होने वाली भिन्न भिन्न टेक्नोलॉजी कि साक्ष्यिक ग्रहता के बारे में काफी सशक्त किया गया है।इस तुलनात्मक अध्ययन में आईपीसी की इन धाराओं के स्थान पर बी एन एस की ये धाराए लागू होगी।
आईपीसी बीएनएस
धारा 96 से 106तक धारा 34 से 44 तक हो गई ।
धारा 107 से 117तक धारा 45 से 57तक हो गई।
धारा 120 B धारा 61 (2) कर दी गई ।
धारा 511 धारा 62कर दी गई।
धारा 375 धारा 63 में किया गया है।
धारा 376 धारा 64 का प्रयोग होगा।
धारा 376 ए। धारा 66कर दी गई।
376 बी धारा 67 कर दी गई।
376 ग धारा 68 का प्रयोग होगा।
धारा 376 D धारा 70 लागू होगी
धारा 354 धारा 74
धारा 354 क धारा 75 का प्रयोग होगा।
धारा 354 ख धारा 76 का प्रयोग होगा।
धारा 354 ग धारा 7 7का प्रयोग होगा।
धारा 354 घ धारा 78 लागू होगी।
धारा 304 बी धारा 80 होगी।
धारा 494 धारा 82 होगी।
धारा 498 ए धारा 85* होगी
धारा 312 धारा 88 होगा।
धारा 313 धारा 89 होगा।
धारा314 बी धारा 90 होगा
धारा 315 धारा 91होगा।
धारा 316 धारा 92 लागू होगी।
धारा 317 धारा 93 अब लागू होगी।
धारा 304 ए धारा 106 लागू होगी
धारा 306 धारा 108 अब लागू होगी व धारा307 धारा 109अब लागू होगी।
धारा 308 धारा 110 लागू होगी।
धारा 323 धारा 115(2) लागू होगी।
धारा 325 धारा 117 (2) लागू होगी।
धारा 362 धारा 138 लागू होगी।
धारा 364 धारा 140 लागू होगी।
धारा 309 धारा 226में दंडित किया जाएगा।
धारा 378,379 धारा303 कर दी गई है।
धारा 383 धारा 308 कर दी गई है।
धारा 452 धारा 333 लागू होगी।
भारत की संप्रभुता एकता अखंडता को खतरे में डालने वाला कार्य बी एन एस की धारा 152 को नया जोड़ा गया है।पूर्व के मामलों में आईपीसी लागू रहेगी।