मा0 उच्च न्यायालय प्रांगण में किया गया योगाभ्यास कार्यक्रम — प्रयागराज मंडल से अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
मा0 न्यायमूर्तिगणों, अधिकारियों एवं विद्वान अधिवक्तागणों के द्वारा किया गया योगाभ्यास
भारत की परंपरागत विरासत योग को जन-जन के आरोग्य का माध्यम बनाये जाने के उद्ेश्य एवं व्यक्तिगत कल्याण के साथ और अधिक सकारात्मक व सामंजस्यपूर्ण समाज को बढ़ावा देने की भावना के साथ ’’योग स्वयं एवं समाज के लिये’’ की थीम पर मनाये जा रहे दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग के अवसर पर मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद के प्रांगण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में मा0 न्यायमूर्तिगणों, मा0 उच्च न्यायालय के अधिकारियों, विधि अधिकारियों एवं विद्वान अधिवक्तागणों के द्वारा पूरे मनोयोग व उत्साह के साथ योगाभ्यास किया गया। इस अवसर पर उपस्थित मा0 न्यायमूर्तिगणों व अन्य के द्वारा योगा के विभिन्न आसनों का योगाभ्यास व प्राणायाम क्रियाएं की गयी। योग प्रशिक्षक श्री योगी राजेश ने सर्वप्रथम वार्मअप कराकर योगाभ्यास का प्रारम्भ किया। तत्पश्चात ग्रीवा संचालन, स्कंध संचालन, कटिचालन, पादहस्थासन, अर्द्धचक्रासन, दण्डासन, वज्रासन, वक्रासन, ताणासन, वृक्षासन व अन्य आसनों के साथ कपालभाति, नाड़ी शोधन, शीतली प्राणायाम, ध्यान मुद्रा, भ्रामरी आदि प्राणायाम कराया तथा इनके महत्व एवं लाभ के बारे में बताते हुए प्रत्येक आसन की विधि व सावधानी के बारे में भी बताया।