झाँसी; खजुराहो से प्रारंभ होकर नई दिल्ली तक जाने वाली वंदे भारत (22469) रेलगाड़ी, जिसका एक पड़ाव वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी रेलवे स्टेशन भी सुनिश्चित किया गया है जिससे जनपदवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। वंदे भारत के झाँसी आगमन पर संघर्ष सेवा समिति संस्थापक डॉ संदीप सरावगी अपने समिति सदस्यों एवं समर्थकों के साथ झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां भारी संख्या में यात्रीगण, रेलवे कर्मचारी और कुली भी उपस्थित रहे। शाम 6:20 पर वंदे भारत ट्रेन के झांसी रुकते ही सभी ने करतल ध्वनि के साथ स्वागत किया तथा जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा रेल्वे परिसर गुंजायमान हो उठा। वहीं डॉ० संदीप ने ट्रेन पर स्वास्तिक चिन्ह बनाकर माला अर्पित की साथ ही ट्रेन में उपस्थित रेलकर्मियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया और यात्रियों को शुभ यात्रा की शुभकामनायें भी दीं। इस अवसर पर डॉ० संदीप ने कहा भारत सरकार एवं रेल मंत्रालय ने लोकसभा चुनाव से पूर्व जनपदवासियों को वंदे भारत के रूप में आवागमन के लिए बहुत अच्छी सुविधा सौगात के रूप में दी है। खजुराहो देश का प्रमुख पर्यटन स्थल है लेकिन अब तक खजुराहो के लिए ट्रेन से आवागमन की बहुत अच्छी सुविधा उपलब्ध नहीं थी वंदे भारत शुरू होने से अब यह सफर बहुत आसान हो जाएगा। झांसी भी धीरे-धीरे एक बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है झांसी के आसपास भी बहुत दर्शनीय स्थल है जिन्हें पर्यटक देखने आते हैं लेकिन खजुराहो के लिए कोई अच्छी आवागमन सुविधा न होने के कारण पर्यटकों का रुख झांसी की ओर कम हो गया था लेकिन अब यह ट्रेन झांसी में भी पर्यटन को बढ़ावा देगी जिससे झांसी और आसपास का क्षेत्र सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से संपन्न होगा। इसके लिए मैं केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करता हूँ और साथ ही यह निवेदन करता हूँ वंदे भारत एक्सप्रेस में झाँसी के स्टाफ की भी ड्यूटी सुनिश्चित की जाये। इस अवसर पर ब्रजकिशोर यादव, भूपेन्द्र यादव, शशांक श्रीवास्तव, शुशांत गेड़ा, लखन लाल, राजू सेन, डिप्टी एसएस एस. के. नरवरिया, बबली महेता, आशीष विश्वकर्मा, राकेश अहिरवार, प्रमेन्द्र सिंह, संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, चंदन पाल, बसंत गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
Homeवंदे भारत जैसी ट्रेनों की परिचालन से बुंदेलखंड में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा- डॉक्टर संदीप