झांसी: दीनदयाल सभागार में आयोजित विनयांजलि सभा का आयोजन आचार्य विद्यासागर जी के परम् प्रभावक शिष्य पूज्य मुनि श्री अविचल सागर जी एवम् आर्यिका प्रशममति, एवम् आर्यिका उपशमति के सान्निध्य एवम् उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह जी के मुख्य आतिथ्य में किया गया।
जन जन के आराध्य संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी जिनका समाधि पूर्वक देव लोक गमन गत १८ फरवरी को हो गया था, आज सम्पूर्ण देश के हर कस्बे व नगरों में एक ही समय में विनयांजलि सभाओं का आयोजन किया गया। इसी तारतम्य में आयोजित विनयांजलि सभा की शुरुआत सौरभ जैन एक्सिस बैंक के मंगलाचरण एवम महिला मंडल विद्यापूर्ण द्वारा भावपूर्ण अभिव्यक्ति द्वारा विन्यांजली की प्रस्तुति देकर हुई।
इस अवसर पर स्थानीय सांसद श्री अनुराग शर्मा ने पूज्य गुरुदेव के प्रति विन्यांजलि व्यक्त करते हुए उन्हें विश्वगुरु निरूपित किया, जैन साधुओं की कठिन तपश्चर्या से प्रभावित नगर विधायक रवि शर्मा जी ने कहा कि जीवन में यदि कोई गुरु बनाना है तो वह जैन संत को अपना गुरु बनाए,
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रदीप आदित्य ने पूज्य गुरुदेव से मिले दिशा निर्देशों का स्मरण कर विनयांजलि अर्पित की। भाजपा जिलाध्यक्ष हेमंत परिहार ने स्वयं को सौभाग्य शाली बताया कि उन्हें ललितपुर प्रवास के दौरान पूज्य गुरुदेव का आशीर्वाद मिला, पूर्व मंत्री रविन्द्र शुक्ला जी ने आचार्य श्री को देश की श्रेष्ठतम विभूति निरूपित किया, पूर्व महापौर श्री रामतीर्थ सिंघल आचार्य श्री के कृतित्व पर बोलते हुए भावविह्वल हो उठे, धर्माचार्य श्री हरिओम पाठक ने आचार्य श्री के प्रति समूर्ण निरामिष समाज की ओर से विन्यांजली देते हुए आचार्य श्री का गमन सुमेरू पर्वत की ओर बताया। इस अवसर पर नगर के अनेकों राजनेताओं, किरण राजू बुक्सेलर, प्रदीप सरावगी , सर्वधर्म सभा के फादर सदानंद, भोद्ध भिक्षु भंते जी, चिंतक विचारक मोहन नेपाली, नरोत्तम स्वामी, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एन एस सेंगर, प्रशिक्षु आई पी एस अंतरिक्ष जैन, व्यापारी नेता संजय पटवारी, राजीव जैन सिर्स, जैन समाज के अध्यक्ष अजित जैन, जी एस टी कमिश्नर श्री अजीत सिंह सहित अनेकों लोगों ने विचार व्यक्त किए।
उत्तरांचल तीर्थक्षेत्र कमेटी के महामंत्री प्रवीण जैन ने आचार्य श्री के हिमालय से जीवन चारित्र का संपूर्ण वृत्तांत प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि सभापति विधान परिषद श्री कुंवर मानवेंद्र सिंह जी ने आचार्य विद्यासागर जी को भारत भूमि पर कठोर तपस्या करने वाले महान संत बताया एवम आचार्य श्री की गौ माता के प्रति आस्था एव उनकी प्रेरणा से खुलवाई गई हजारों गौशालाओ के संचालन की गौरव गाथा सुनाई।
इस अवसर पर पूज्य मुनि श्री अविचल सागर जी ने अपने दीक्षागुरु आचार्य विद्या सागर जी के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए उनके साथ सानिध्य में बिताए समय के संस्मरण याद किए।
सभा में विशेष रूप से भगवान महावीर लोक कल्याण समिति के अध्यक्ष ललित जैन, भारतीय जैन मिलन के अध्यक्ष सुभाष जैन सत्यराज, अशोक जैन रतनसेल्स, जैन सोशल ग्रुप के अध्यक्ष अभिनंदन मोदी,गौरव जैन नीम, दिव्यांश जैन, पूर्व सभासद राजेश जैन सहित हजारों नगरवासी उपस्थित हुए।
सभा का संचालन सौरभ जैन सर्वज्ञ एवम पत्रकार वासु जैन ने किया अंत में आभार वरुण जैन व यश सिंघई ने जताया ।