सड़को में गढ्ढे दे रहें हैं हादसे को न्यौता, संबंधित विभाग मौन इस खबर को एक महीने पहले भी प्रमुखता से उठाया था लेकिन प्रशासन मोन बन बैठा है अभी 1 महीने पहले ही गढ़ों की वजह से एक युवा की जान चली गई थी आज फिर एक ई रिक्शा पलट गया है लगता है कोई होने का इंतजार किया जा रहा है कम से कम यहां के गढ़ों में मिट्टी डाल दी जाए ताकि कोई हादसा ना हो टीकमगढ़ शहर की बात की जाए तो टीकमगढ़ की सड़क अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं कई बार दुर्घटनाओं की खबर भी सामने आई है लेकिन मऊचुंगी रोड के गड्ढे नहीं भरे जहां इन गड्ढों की वजह से दुर्घटना हो रही हैं लेकिन संबंधित विभाग , अधिकारियों और जनप्रतिधिओ को यह गड्ढे नहीं दिखाई देते क्या उन्हें शहर की चिंता नहीं है या शहर वासियों की आखिर क्यों इन रोड को अनदेखा किया जाता है कई बार शिकायत होने के बाद भी इन सड़कों के हालात जस के तस बने हुए हैं या यूं कहें कि संबंधित विभाग इस और ध्यान देना ही नहीं चाहते हैं और उन्हें यह सड़क के गड्ढे दिखाई नहीं दे रहे हैं जो की काफी लंबे समय से बने हुए शायद किसी बड़ी घटना का विभाग इंतजार कर रहा है जिसके बाद इन गड्ढों को भरा जाए लेकिन सड़कों के गड्ढे कैसे भरे जाते हैं वा गड्ढे कैसे किए जाते हैं यह गड्ढे टीकमगढ़ के विकास की पोल खोल रहे हैं