हत्या की घटना में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार भेजा जेल

पाटन उन्नाव।पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी बीघापुर के कुशल पर्यवेक्षण में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना बीघापुर पुलिस द्वारा दिनांक 11/12.12.2023 की रात्रि में युवक की हत्या करने वाले दो अभियुक्तों को घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद कर गिरफ्तार किया गया।थाना बीघापुर क्षेत्र के गांव जंगलीखेड़ा में अखिलेश पुत्र रतनलाल निवासी पड़री थाना पुरवा जनपद उन्नाव हालपता पाही हरदो थाना बीघापुर जनपद उन्नाव का शव मिला था, जिसके संदर्भ में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना बीघापुर पर मु0अ0सं0 220/23 धारा 302 IPC पंजीकृत किया गया था। आज दिनांक 16.12.2023 को थानाध्यक्ष बीघापुर अखिलेश कुमार तिवारी मय हमराह उ0नि0 वीरेन्द्र कुमार सरोज मय का0 पंकज कुमार व का0 धर्मेन्द्र कुमार, का0 विकास कुमार द्वारा मुखबिर की सूचना पर मोटरसाइकिल UP 35 BB 7606 स्प्लेन्डर सवार अभियुक्तगण ओमप्रकाश पुत्र शिवबालक नि0 इछौली पोस्ट अटेसुवा थाना दही जनपद उन्नाव उम्र करीब 40 वर्ष व प्रकाश मे आये अभियुक्त 2.ज्ञानू उर्फ सुधांशु सिंह पुत्र विनोद कुमार सिंह नि0 वार्ड नंबर 4 मोहल्ला दुर्गागंज पछियांव कस्बा नवाबगंज थाना अजगैन जनपद उन्नाव उम्र करीब 30 वर्ष पुरवा बीघापुर रोड गंगा एक्सप्रेसवे क्रासिंग निर्माणाधीन पुलिया ग्राम मियागंज के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अभियुक्त ओमप्रकाश उपरोक्त द्वारा बताया गया कि उसने ज्ञानू उपरोक्त के कहने पर एक लाख रूपये की लालच मे आकर हम दोनो ने दिनांक 11.12.23 को रात्रि में जंगलीखेड़ा मोड़ नहर के पास अखिलेश उपरोक्त की हत्या कर दी थी। अभियुक्त ज्ञानू सिंह उपरोक्त से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि मेरी गुड्डू सिंह पुत्र रणविजय सिंह नि0 ग्राम लहिया अजगैन से बहुत गहरी व पुरानी दोस्ती है,लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व गुड्डू सिंह हत्या के जुर्म मे जिला कारागार उन्नाव ने बंद हैं, मृतक अखिलेश का लखनऊ सिविल न्यायालय मे बैंक मे पैसे के वारिसान के मुकदमे की पैरवी 6 महीने पहले मैं ही कर रहा था, अखिलेश का एक मकान सरोजनीनगर मे था जिसकी कीमत लगभग 70 लाख के करीब थी, जिसे अखिलेश ने 15 लाख रूपये लेकर लखनऊ मे ही किसी को 5 साल पहले एग्रीमेंट कर दिया था, बाद मे अखिलेश की किसी माध्यम से गुड्डू सिंह से मुलाकात हुई, तो गुड्डू सिंह ने अखिलेश से जिसने एग्रीमेंट कराया था उसका मोबाइल नंबर प्राप्त कर बात की तो उसने कहा कि यदि अखिलेश मेरा पैसा वापस कर दें तो मै मकान छोड़ दूंगा, तत्पश्चात गुड्डू सिंह ने अखिलेश के एकाउंट मे करीब 16 लाख रूपया डाले थे और उसी के अकाउंट से अगली पार्टी को पैसा पेमेंट करवाकर घर छुड़वा लिया था, उसके बाद गुड्डू सिंह ने अखिलेश से कहा कि तुम्हे मकान बेचना ही है तो मुझे ही बेच दो मै तुम्हारा पैसा एडजस्ट कर दूंगा। तब अखिलेश ने गुड्डू सिंह के कहने पर गुड्डू सिंह के किसी रिश्तेदार को लिखापढी कर दी थी जिसके एवज मे अखिलेश को गुड्डू ने बाद मे पैसा देने की बात कही अखिलेश का जो मुकदमा वरासत का लखनऊ सिविल न्यायालय मे चल रहा था, उसकी पैरवी गुड्डू सिंह अपना वकील करके कर रहे थे। इसी बीच गुड्डू सिंह जब जेल चले गये तो अखिलेश के मुकदमे की पैरवी पैसो की कमी के कारण नही हो पा रही थी तथा अखिलेश द्वारा बार-बार गुड्डू सिंह से मिलाई के दौरान पैसो की मांग की जा रही थी, जिससे गुड्डू तंग आ चुका था। तब गुड्डू सिंह ने मुझसे कहा कि एक काम करो अगर तुम अखिलेश को रास्ते से हटा दो तो जेल से छूटने के बाद सरोजिनीनगर वाले मकान को बेंचकर तुम्हें अच्छा पैसा दूंगा और अखिलेश के बैंक के पैसो की वरासत मे भी अपना ही वकील है तो वहां से भी अच्छा खासा पैसा मिलेगा। तभी मैने अपने दोस्त ओमप्रकाश के साथ मिलकर सुनियोजित ढंग से अखिलेश उपरोक्त की हत्या कर दी।दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए घटना मे प्रयुक्त मो0सा0 नंबर UP 35 BB 7606 को MV ACT मे सीज किया गया।मुकदमा उपरोक्त में धारा 201/120बी IPC की बढोत्तरी की जाती है तथा प्रकाश में आये जेल मे निरुद्ध अभियुक्त गुड्डू सिंह पुत्र रणविजय सिंह नि0 ग्राम लहिया थाना अजगैन जनपद उन्नाव के विरुद्ध भी धारा 302/201/120बी भा0द0वि0 के तहत अग्रिम विवेचनात्मक कार्यवाही की जायेगी।

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