(झारखंड)। झारखंड में तेजी से बदलते राजनीतिक परिदृश्य के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन की ओर से चंपई सोरेन को नया नेता चुन लिया गया है। सत्तापक्ष की ओर से इससे संबंधित समर्थन पत्र भी राज्यपाल को सौंपा है।
अब राज्यपाल को अगले कदम पर फैसला लेना है। इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन भी राजभवन पहुंचे। ईडी की हिरासत में ही हेमंत सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया। ऐसी चर्चा थी की हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन सीएम हो सकती हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया।
जेएमएम की सांसद महुआ माझी ने बताया कि हेमंत सोरेन ने ईडी हिरासत में ही राजभवन पहुंचकर अपना त्यागपत्र सौंपा। इससे पहले हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए ईडी की टीम सुबह करीब साढ़े 11 बजे रांची स्थित सीएम आवास पहुंची थी।
कई घंटे की पूछताछ के बाद ही ये लग रहा थी कि जांच टीम उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। इसी के बाद चर्चा शुरू हो गई कि अगला सीएम कौन होगा। अब साफ हो गया और चंपई सोरेन को ये जिम्मेदारी दी गई है।
आखिर कौन हैं चंपई सोरेन
जेएमएम संस्थापक शिबू सोरेन के करीबी रहे चंपई सोरेन कोल्हान क्षेत्र में ‘टाइगर’ के नाम से चर्चित हैं। वो झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिग्गज नेताओं में शामिल हैं। वो जेएमएम के केंद्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। हेमंत सोरेन की कैबिनेट में वो मिनिस्टर भी थे। हेमंत सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इससे पहले वे अर्जुन मुंडा के कार्यकाल में जेएमएम-बीजेपी गठबंधन सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।