रेणुकूट(सोनभद्र)। हिण्डाल्को रामलीला परिषद् के कलाकारों द्वारा हिण्डाल्को रामलीला मैदान पर आयोजित हो रहे सम्पूर्ण रामायण के लीलाओं का मंचन 90 फुट के विशालकाय रावण दहन एवं श्री राम के राज्याभिषेक की लीला मंचन के साथ सम्पन्न हो गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि हिण्डाल्को के मुखिया श्री एन नागेश, विशिष्ट अतिथि, हिण्डाल्को रेणुकूट क्लस्टर के मानव संसाधन प्रमुख श्री जसबीर सिंह, अल्युमिना प्लांट हेड एनएन राय, रिडक्शनt हेड जेपी नायक, उपजिलाधिकारी-दुद्धी सुरेश राय एवं श्रीमती लक्ष्मी नागेश, श्रीमती सीमा सिंह, श्रीमती पूनम राय तथा अन्य अतिथियों व दर्शकों का रामलीला परिषद् के अध्यक्ष, प्रमोद कुमार उपाध्याय ने स्वागत एवं अभिनंदन कर किया। इस अवसर पर सभी को दशहरा की शुभकामनायें देते हुए श्री नागेश ने रामलीला मंचन के कलाकारों एवं निदेशक सुनील परवाल का आभार व्यक्त किया जिन्होंने महीनों के अथक प्रयास और लगन से रामलीला मंचन को साकार रूप दिया साथ ही ज़िला प्रशासन के प्रति भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था एवं शांति कायम रखने में पूरा सहयोग दिया। विशिष्ट अतिथि जसबीर सिंह एवं उपजिलाधिकारी सुरेश राय ने भी सभी नगरवासियों एवं हिण्डाल्को परिवार के सदस्यों को दशहरा की शुभकामनायें दी। इसके उपरान्त श्री राम ने रावण के नाभि में वाण मार कर रामलीला मैदान पर खड़े 90 फुट के विशालकाय रावण के पुतले पर अग्नी प्रज्जवलित की और देखते ही देखते पुतला धू-धू कर जल उठा और इसी के साथ पूरा मैदान जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा। इसके उपरांत रेणुकूट का आकाश रंगबिरंगी आतिशबाजी से आलोकित हो उठा। अंत में गाजे-बाजे के साथ श्री राम, जानकी और लक्ष्मणजी का अयोध्या में आगमन हुआ और उनके राज्याभिषेक की लीला का मंचन किया गया। श्री राम-जानकी की पूजा एवं आरती के साथ रामलीला मंचन का समापन हुआ। इससे पूर्व प्रातः काल रामलीला परिषद् के कलाकारों द्वारा शोभायात्रा निकाली गई जो कि पूरे हिण्डाल्को काॅलोनी परिसर का भ्रमण कर रामलीला मैदान पर समाप्त हुई।जगह-जगह शोभायात्रा के दौरान भारी संख्या में भक्तजनों ने श्रीराम एवं जानकी के दर्शन किये और बीच-बीच में पूरा परिसर जय श्रीराम के जयघोष से गुंजायमान होता रहा। मंच का संचालन आदित्य पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में ज़िला प्रशासन के लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय पत्रकार व आस-पास के क्षेत्रों के हजारों लोग शामिल हुए।