सरेनी रायबरेली। अक्षर बिज्ञान के जनक पंडित रघुनंदन प्रसाद शर्मा के उत्तराधिकारी 92 वर्षीय श्रीप्रकाश तिवारी का अपने पैतृक गांव में निधन हो गया। ज्ञात हो कि श्री प्रकाश तिवारी ग्राम टीरूई मजरे विसायकपुर के रहने वाले थे। आचार्य रघुनंदन प्रसाद शर्मा के उत्तराधिकारी होने की वजह से जमीदार थे।
ग्रामवासियो ने बताया कि जब प्लेग की बीमारी आयी थी तब लोगो ने अपना आशियाना गाँवो के बाहर खेतो में बना लिया था, जैसे बीमारी खत्म हुई खुद तो खेत मे ही रहे लेकिन तमाम लोगो को अपनी भूमिधरी जमीन देकर उसी जगह मोहनपुर गाँव बसा दिया ऐसे दानी शख्शियत थे।
श्रीप्रकाश तिवारी के देहावसान से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर है। श्रीप्रकाश तिवारी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ के गए है। कहा जाता है कि अच्छे ब्यक्ति को कई पीढ़ियों तक भुलाया नही जा सकता है उनमे से श्रीप्रकाश तिवारी भी शामिल है।