जमशेदपुर (झारखंड)। घाटशिला प्रखंड अंतर्गत काशीदा पंचायत की चेंगजोड़ा गांव की रहने वाली कौशल्या कर्माकर की कहानी एक ऐसी महिला की कहानी है जो जीवन की चुनौतियों से मुकाबला करने और उनपर जीत हासिल करने की प्रेरणा देती है । पति की मृत्यु के बाद आर्थिक समस्याओं को देखते हुए इन्होने हड़िया दारू बेचना जरूर शुरू किया लेकिन अपने बच्चों के भविष्य पर इसका बुरा असर नहीं पड़े इसे देखते हुए उस व्यवसाय को छोड़ने में भी देर नहीं की और इसका श्रेय वे राज्य सरकार की योजना फुलो झानो आशीर्वाद योजना को देती हैं।
कौशल्या कर्माकर आज जेनरल स्टोर खोलकर घरेलू सामान, सब्जियां और फास्ट फूड बेचकर अच्छा जीवन व्यतीत कर रही हैं। फूलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत 10,000 रुपये की सहायता राशि मिली, यह सहायता उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाई और उन्होंने दारू बेचने का काम छोड़ दिया । कौशल्या कर्माकर की यह कहानी हमें यह सीख देती है कि विश्वास और संघर्ष से जीवन के किसी भी विपरीत परिस्थिति में बदलाव लाया जा सकता है बशर्ते हम दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के साथ अपने जीवन में आगे बढ़े ।
झारखंड सरकार द्वारा संचालित फुलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत जिले में अबतक 1527 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार हड़िया दारू के रोजगार से जुड़ी सभी महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार से जोड़ने के लिए यह अभियान जारी है।