शमसुलहक़ ख़ान की रिपोर्ट
कृषि समस्याओं को लेकर समाजसेवी ने किया उपजिलाधिकारी कार्यालय का घेराव!
केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुना करने के मुहिम को पलीता लगा रहे हैं अधिकारी व जनप्रतिनिधि-सुदामा
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के क्रम में समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामा ने क्षेत्र के हजारों किसानों संग उपजिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर किसानों की समस्या का जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को बताते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसानों की आय दुगना करने की घोषणा व उसके क्रम में योजनाओं लागू करने की बात करती है किन्तु उसके विपरीत बस्ती जनपद में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की कार्य शिथिलता के चलते किसानों को उसके उत्पादन लागत का आधा दाम भी मिलना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा कि जनपद में किसानों की हजारों एकड़ जमीन पर कम शुल्क पर बेहतर सिंचाई हेतु निर्मित सरयू नहर में बाढ बारिश छोड़कर कभी पानी नहीं रहता, सरकारी नलकूप बंद व बदहाल हैं जबकि जिन किसानों ने सिंचाई हेतु कनेक्शन ले भी रखा है उन्हें फसल की सिंचाई रात में जग कर करना पड़ता है कारण दिन में दर्जनों बार लाइट आती जाती रहती है। किसी तरह किसान फसल बोने की तैयारी भी करता है तो उसे खाद या तो मिलती नहीं या फिर उसका शोषण होता है वर्तमान में जहां समितियों पर नियमित खाद नहीं मिल रहा है तो वहीं दुकानों पर किसानों को युरिया के साथ जिंक या सल्फर दुगने दाम पर लेने के लिए विवश किया जा रहा है ।लोकसभा चुनाव के मध्येनजर शासन प्रशासन ने छुट्टा पशुओं को पकड़ने का फरमान तो जारी कर रखा है किन्तु सच यह है कि किसानों को प्रति बीघा दस हजार की तारबंदी करके फसल सुरक्षित करना पड़ रहा है।शासन के सारे फरमान कागजों में ही सिमट जाते हैं यहां तक कि जनपद के सबसे बड़े गौसंरक्षण केन्द्र रमना तौफीक के पास भी किसान सुरक्षित नहीं है कारण गौशाला से अधिक गौवंश गौशाला के बाहर विचरण कर रहे हैं। गन्ना घटतौली व क्रय केंद्र पर गन्ना उतारने लादने हेतु किसानों से वसूली एक बड़ी समस्या बनी हुई है। नीलगाय दलहन बर्बाद कर रहे हैं,बंदर छतों का लौकी कद्दू बर्बाद कर रहे हैं,जंगली सुवर आलू मूंगफली बर्बाद कर रहे हैं बची फसल छुट्टा सांड बर्बाद कर दें रहे हैं।
ऐसे में आय दुगना कौन कहे किसान लागत का आधा उपज भी प्राप्त नहीं कर पा रहा है।
इसके पूर्व श्री पाण्डेय ने क्षेत्र के कल्याणपुर,खेमराजपुर,कवलपुर,भकरही,नदायें,बेलाडे,करमडाड,वसेवाराय,तेनुवा,जिवधरपुर,रमया,लबदहिया, रेवरादास, महूघाट, भिरवा सहित दर्जनों गांवों के हजारों किसानों संग पैदल मार्च करते हुए उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंच उनके कार्यकाल के सम्मुख धरने पर बैठे कर नारे बाजी शुरू कर दिया कार्यालय का घेराव कर धरने पर बैठे श्री पाण्डेय से वार्ता कर समस्या समाधान का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया राज्यपाल, मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री को सम्बोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए श्री पाण्डेय ने उक्त समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित न किये जाने की की मांग करते हुए कहा कि समस्या समाधान न होने की दशा में हम वर्ष 2018की भांति विधानसभा का घेराव करने को बाध्य होंगे।