मा.मुख्यमंत्री जी को वर्तमान नगरपालिका परिषद के पार्षदों द्धारा संपरीक्षक जाचं प्रतिवेदनों पर कार्यवाही हेतु किया पत्राचार
12/2/2024 वर्तमान नगरपालिका परिषद के पार्षदों द्धारा संपरीक्षक जाचं प्रतिवेदनों पर कार्यवाही हेतु मा.मुख्यमंत्री जी के साथ जिला कलेक्टर को पत्राचार के माध्यम अवगत कराया है कि नगर पालिका परिषद टीकमगढ निकाय में विगत अर्थवर्षों का 2010-11 से 2011-12 का एवं 2012-13 से दिनांक 30.11.2014 अंकेक्षण कार्य लंबित है।अर्थवर्ष 2016-17 का संपरीक्षा प्रतिवेदन उपसंचालक स्थानीय निधि संपरीक्षा सागर के पत्र क्र. एलएफएएस/प्रति./1671 दि. 17.8.17 से प्रसारित होकर निकाय को आवक क्र. 5436 दिनांक 01.09.17 एवं पत्र क्र० 24 दिनांक 26.05.2017 एवं 106 दिनांक 06.01.2018, कार्यालय क्षेत्रीय उपसंचालक स्थानीय निधि संपरीक्षा सागर म.प्र.प्रति पत्र क्र.2464-17/10/2018, पृ.क्रमांक/एल.एफ.ए.एस./प्रति/ -2208 दिनांक 25 11 2020,कार्यालय क्षेत्र उपसंचालक, स्थानीय निधि संपरीक्षा सागर म.प्र. क्रमांक एल. एफ. ए. एम. प्र. 1346 सागर दिनांक 26./09/2023 से ध्यानाकृष्ट किया गया था,जिसका पालन प्रतिवेदन वर्तमान दिनांक तक मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा आवासीय संपरीक्षा को भेजा जाना नहीं पाया गया। इस ओर आडिट आपत्तियों की उपेक्षा एवं निराकरण के प्रति सतत उदासीनता जहां एक ओर विभागीय नियमों के विपरीत है वहीं निकाय हितों के म.प्र. स्थानीय निधि संपरीक्षा अधिनियम 1973 की धारा 10 के प्रावधानांतर्गत प्रभावी कार्यवाही नहीं किया जाना प्रतिकूल है। अनियमित एवं अवैध संदायों में संलिप्त तथा निधि की हानि एवं दुर्विनियोजन हेतु उत्तरदायी व्यक्त्यिों के विरूद्ध समय पर वसूली एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही न किए जाने से निकाय के लेखों में गंभीर अनियमितताएं एवं पुनरावृत्ति के लिए पर्याप्त प्रोत्साहन मिलता है। परन्तु कार्यवाही अपेक्षित रही। अतः अवशेष आपत्तियों के त्वरित निराकरण हेतु प्रशासनिक स्तर पर समुचित सम्यक व प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित किए जाने के संबंध में निकाय प्रशासन एवं संबंधित प्रशासनिक विभाग का विशेष रूप से ध्यान आकृष्ट किया जाता है।
संलग्न पत्र .. कलेक्टर को दिया पत्र