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भूत प्रेत निशाचार पिसाच औऱ न जाने ऐसे कितने ही नाम जो सदियों से अलग अलग तरह की कहानियो औऱ किस्सों मे हमारी रूह को डराते रहे है धीरे धीरे समय बदला बिज्ञान ने हमें टोनो टोटको से आजादी दिलाई पर आज भी धरती पर होने वाली अलग अलग घटनाये कही न कही इन सब के वजूद मे होने की कहानी कहती रहती है कभी पुनर्जन्म तो कभी कोई देविय शक्ति तो कभी भू… त
हटा सिविल अस्पताल सी बी एम ओ डां अमन श्रीवास्तव
आज भी हम आपको एक ऐसे ही घटना क्रम से रूबरू करायेगे जिसमे पूरा गांव डरा औऱ सहमा हुआ है कारण है गांव के लोगो के हिसाब से गांव के दहायत परिवार मे आई इक ख़तरनाक अदृश्य शक्ति या कहे की भूत
जी हा भूत! कुछ निश्चित तौर पर डरे है तो कुछ इसे कहानी बता रहे है पर उनका क्या जिनकी आँखों ने इसे अपने सामने देखा है दरअसल बात है दमोह जिले मे आने वाले गैसबाद थाना क्षेत्र के छोटे से गाँव मोहनना की जहाँ पिछले 10 दिनों से एक 17 वर्षीय लड़की के हाथ पैर मे चारो तरफ ब्लेंड या किसी बारीक धारदार हथियार से काटने के निसान बन रहे है
ऐसा भी नहीं की यह निसान एक दो या चार पांच हो जब हमें इनकी खबर मिली औऱ हम इन्हे देखने पहुचे तो कृष्णा दहायत के हाथ औऱ पेरो मे लगभग सो से ज्यादा निसान देखने को मिले जिनमे से फफकता हुआ खून इस 17 बर्षीय किशोरी के शरीर पर हुए अत्याचार की कहानी कहता दिखा रहा है ! दर्द ऐसा की लड़की घाव लगते ही बेहोस औऱ ऐसा भी नहीं है की इस लड़की को यह घाव दिन मे एक ही बार मिलता हो उसकी कोई समय सीमा नहीं है दिनभर मे उसकी कोई भी गिनती नहीं है
पिता मुन्ना दहायत औऱ कृष्णा की माँ अपनी लाडली पर हो रहे इस जुल्म के आगे अपने आप को लाचरा महसूस कर रहे है उनकी माने तो कोई अदृश्य ताकत उनकी बेटी के शरीर पर जख्म देकर अपनी यह अमानवीय दास्तां लिख रहा है
वही अगर कृष्णा की बातो पर ध्यान दें तो यह अदृश्य शक्ति केवल उसे ही दिखाई देती है जो देखने मे लगभग 7 फुट की हटेकट्टे शरीर के साथ बड़े बड़े बालो मे दिखाई देता है जिसने कपड़ो के नाम पर एक मात्र लंगोट लगाया हुआ है
कृष्णा के शरीर पर लगे यह जख्म औऱ कृष्णा की बाते लगभग मेल खाती दिखती है परन्तु उनके परिवार पर आया यह अजीव सा संकट अब औऱ बढ़ गया है ज़ब कृष्णा के बताये अनुसार उस अदृश्य शक्ति ने आज से नौवे दिन कृष्णा की साँसो को अंतिम बंद पर ले जाने की बात कह डाली कृष्णा के बताये अनुसार वह केवल आने वाले नौ दिन ही जियेगी
हलाकि हम इन सब बातो को अंधविस्वास की श्रेणी मे रकते है साथ ही इसका समर्थन भी नहीं करते पर कृष्णा को लगे घाव एक बार सोचने पर विवस जरूर करते है जब इस मामले को हम आंध्रत्मिक गुरुओ के पास ले गये तो भले ही कैमरे के सामने कोई नहीं आया पर उन्होंने इस तरह की घटनाओ से इंकार भी नहीं किया जबकि डॉक्टरो से बात करने पर उन्होंने इस तरह के मामलो मे खुद आहत व्यक्ति को दोसी बताया कृष्णा को लगे घाव को देखकर डॉक्टरो का कहना है की यह सेल्फ एप्रोच है उनका कहना है की मेडिकल साइंस के हिसाब से ऐसी किसी अदृश्य ताकत का वजूद नहीं है जो बिना दिखे किसी इंसान पर नजदीक से हमला कर सके
डॉक्टरो का कहना है की यह सेल्फ एप्रोच है उनका कहना है की मेडिकल साइंस के हिसाब से ऐसी किसी अदृश्य ताकत का वजूद नहीं है जो बिना दिखे किसी इंसान पर नजदीक से हमला कर सके1