सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हटा
ऐसे समय में रक्तदानी द्वारा दिए गए खून से आकस्मिक स्थिति में मरीज की जान बचाई जा सकती है।
- डॉक्टर सौरभ जैन व सीबीएमओ डॉक्टर अमन श्रीवास्तव ने “रक्तदान महादान” के विषय में लोगों को जानकारी दी
- इसीलिए तो कहते हैं कि”दानों में दान रक्तदान महादान” है।
उपस्थित जन समूह को रक्तदान करने हेतु अरविंद कुमार नेमा द्वारा शपथ दिलवाई गई।
हटा। सिविल अस्पताल हटा में रक्तदाता दिवस के उपलक्ष मे बड़े जन समूह को डॉक्टर सौरभ जैन व सीबीएमओ डॉक्टर अमन श्रीवास्तव ने “रक्तदान महादान” के विषय में लोगों को जानकारी दी। आप लोगों ने मरीजों के साथ आए परिजनों को बताया की गर्भवती महिलाओं में खून की कमी तथा दुर्घटना के समय मरीज के अधिक खून बह जाने से जान का खतरा हो जाता है।
एक स्वस्थ व्यक्ति के द्वारा दिए गए 1यूनिट रक्त से रक्तदाता के स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ता। न ही किसी भी प्रकार की रक्तदाता को कोई कमजोरी आती है। साथ ही 45 दिन में जो रक्त दिया है वह पुनः बन जाता है। आप लोगों के द्वारा रक्तदान करने से अगर किसी का जीवन सुरक्षित हो जाता है तो यह अपने जीवन की बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। इसीलिए तो कहते हैं कि”दानों में दान रक्तदान महादान” है।
सिविल अस्पताल हटा स्टाफ से डॉoआर पी कोरी, डॉo मनीष बहेरिया,डॉo सचिन अग्रवाल,डॉoभारत तिवारी, आर एन साकेत, श्रीमती पिंकी राजपूत लाखन सिंह,हरि शंकर साहू,मनीष श्रीवास्तव,रविंद्र बंसल, महेश रैकवार,शिवम रैकवार तथा उपस्थित जन समूह को रक्तदान करने हेतु अरविंद कुमार नेमा द्वारा शपथ दिलवाई गई।