जमशेदपुर (झारखंड)। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल द्वारा थैलीसिमिया के प्रति जनजागरूकता लाने तथा मरीजों के लिए समय पर रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके इसके लिए जिला कोर कमेटी का गठन किया गया है। समिति की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त करेंगे और पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन इसके सचिव होंगे। कोर कमेटी में जिला प्रशासन के अधिकारी और जमशेदपुर के थैलेसीमिया सोसाइटी के संस्थापक सदस्य शामिल किए गए हैं।
कमेटी में जिला पंचायती राज अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला अवर निबंधक और अवर निबंधक घाटशिला तथा जमशेदपुर के थैलेसीमिया सोसायटी के मनोनीत सदस्य हैं।
जिसमें थैलेसीमिया सोसाइटी के अध्यक्ष शरत चंद्रन, टाटा स्टील के इंद्रजीत पॉल, रोटरी क्लब के डॉ. अमित चटर्जी, लायंस इंटरनेशनल के पूर्व जिला गवर्नर और विकलांगता प्रबंधन पर राज्य टास्क फोर्स के सदस्य रजनीश कुमार, जमशेदपुर ब्लड बैंक के महाप्रबंधक संजय चौधरी, होटल व्यवसायी और उद्योगपति स्मिता राज पारीख और स्वैच्छिक रक्तदाता संघ के अध्यक्ष सुनील मुखर्जी, जीतेश कुमार शामिल हैं।
कोर कमेटी की पहली बैठक जल्द ही होगी ताकि प्रभावी कार्ययोजना बनाई जा सके और सभी संभावित खतरों पर विमर्श कर पूरे जिले में इस अभियान को आगे बढ़ाया जा सके।
थैलेसीमिया जो अब बहुत तेजी से और व्यापक रूप से फैल रहा है, एक रक्त विकार है जो परिवारों (वंशानुगत में) से गुजरता है, जिसमें रोगी को रक्त की कमी होती है। शरीर में हीमोग्लोबिन का असामान्य रूप या अपर्याप्त मात्रा में निर्माण होता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद प्रोटीन है जो ऑक्सीजन ले जाता है। इस विकार के कारण बड़ी संख्या में लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, जिससे एनीमिया होता है।
इस अभियान का उद्देश्य माता-पिता और अभिभावकों के बीच जागरूकता बढ़ाना, नए मामलों को चिन्हित कर सक्रिय उपाय लागू करना तथा विवाह के लिए पंजीकरण करते समय गर्भधारण पूर्व जांच की पुष्टि की जा सके आदि शामिल हैं।