महराजगंज, रायबरेली। कस्बे के हैदरगढ़ रोड पर स्थित महावीर स्टडी इस्टेट सीनियर सेकेंडरी कॉलेज महराजगंज में हिंदी दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। बच्चों ने अपने उद्गार मातृभाषा के चरणों में अर्पित किए। प्रत्येक कक्षावार बच्चों एवं अध्यापकों ने देश प्रेम, भाषा प्रेम से सने हुए अपने भाव हिंदी के सम्मान में भाषण, संवर्धन एवं कविता द्वारा व्यक्त किए मंच संचालन विदुषी हिंदी प्रवक्ता नीरू वाजपेयी ने किया।
इन्होंने हिंदी को एक समृद्ध तथा भावों से भरी हुई रस, रंग एवं अलंकार से युक्त समृद्ध भाषा के रूप में प्रतिष्ठित किया। प्रधानाचार्य कमल वाजपेयी ने कहा कि स्वाधीनता के आंदोलन को अभिव्यक्त करने हेतु भाषा की जरूरत थी। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु महानुभावों ने प्रयास किए।
सबका मन था कि “यह देश हमारा है हमारी भाषा में ही चलेगा। अतीत में सोने की चिड़िया कहलाने वाला भारत शिक्षा में भी शिरमौर था। ऋषियों मुनियों की भारतीय शिक्षा की गुरुकुल व्यवस्था को मध्यकाल तथा बाद में अंग्रेजों के काल में भारतीय शिक्षा के चारित्रक रूप और उद्देश्य को बदल दिया गया। वशिष्ठ, संदीपनि, श्रीराम, श्रीकृष्णा, आर्यभट्ट, बारमिहिर ने स्वभाषा को समृद्ध भाषा किया।
स्वाधीनता आंदोलन में लोकमान्य तिलक, महर्षि अरविंद ने स्वराज, स्वतंत्रता, स्वदेशी, स्वभाषा के साथ-साथ स्वशिक्षा का माडल तैयार किया गया। अब नए भारत में हम शीर्ष परीक्षाएं अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी दे सकते हैं। नई शिक्षा नीति 2020 में शिक्षा को रोजगार परक बनाने पर भी समय की आवश्यकतानुसार ध्यान दिया गया है।
बच्चों ने हिंदी को परिष्कृत करने वाले पोस्टर बनाये तथा एक बच्चों का काव्य पाठ हुआ। अध्यक्षता हिंदी विभागाध्यक्ष नीरू वाजपेयी ने किया। बच्चों मे आयुष, वैष्णवी, भावेश, श्रेयांश, आदित्य, आदर्श, यश, शुक्ला, इरम फातिमा, अंश, शिवी, अक्षिता, अभिज्ञान, अंशिका, आदि बच्चों ने सस्वर कविता का गायन किया।
इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य राजीव मिश्रा, सौरभ श्रीवास्तव, सुरेंद्र प्रजापति, मंजू सिंह, सरिता मिश्रा, अनुपम सिंह, लक्ष्मी सिंह, राजकिशोर पाल, आदर्श शुक्ला, अभिषेक त्रिपाठी, शालिनी सिंह, जय सिंह, ज्योति जायसवाल, ज्योति सिंह, फातिमा, साधना सिंह, रुचि सिंह, गर्विता सिंह, दिलीप गुप्ता, आलोक यादव, सहित सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं तथा समस्त स्टाफ मौजूद रहा।