–स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी की आंखों पर है काली पट्टी
अतुल जौहरी
रायबरेली। मानक विहीन चल रहे इन नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग की कब होगी टेढ़ी नजर, कब तक ऐसे मानक विहीन नर्सिंग होम लोगों की जान से खेलते रहेंगे, आये दिन इन निजी नर्सिंग होम के द्वारा गरीबों के जीवन से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं। ऐसे नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग का भी कोई कंट्रोल नहीं रहता। यदि कोई मामला उजागर होता है तो स्वास्थ्य विभाग सिर्फ खाना पूर्ति कर इतिश्री कर देता है।
रायबरेली में ऐसा मामला आज फिर देखने को मिला जहां पर सलोन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मटियरवा चौराहा परशदेपुर पर स्थित ओम गंगोत्री हॉस्पिटल का निकल कर सामने आया है। यहां के रहने वाले अनिल कुमार पुत्र रामलखन निवासी ग्राम बीरपुर मजरे बरावां पोस्ट परशदेपुर के अनिल अपनी गर्भवती पत्नी संजू देवी को आशा बहु को बुला करके दिखवाया तो उन्होंने बोला गंगोत्री हॉस्पिटल ले चल के दिखा दो जिसके बाद गंगोत्री हॉस्पिटल (परशदेपुर) ले गया।
वहा डॉक्टर ने देखने के बाद जाँच करके बताया डिलीवरी नार्मल हो जायेगी कुछ समय बीतने के बाद डॉक्टर ने दबाव बनाते हुए बोले कि अपरेशन करने से जज्चा बच्चा सुरछित रहेंगे जिसके लिए 25 हजार रु जमा करना पड़ेगा पीड़ित के पास 15 हजार रु था जिसको जमा कर दिया, उसके बाल पीड़ित ने डॉक्टर से बोला कि शेष पैसे सुबह जमा कर रहे दूंगा।
अपरेशन के बाद पत्नी कि हालत गंभीर होती चली गयी मरीज की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने लखनऊ ले जाने के लिए बोला उन्होंने अपने माध्यम से भिजवाया था लखनऊ के डॉक्टर ने बताया कि अपरेशन करते टाइम पेसाब की नली को ब्लाक कर दिया गया था इसलिए इसका बचना मुश्किल है क्योंकि पेशाब की नली ब्लॉक हो जाने के कारण शरीर में इन्फेक्शन बहुत तेजी से फैल गया है ।
लखनऊ में इलाज के दौरान कुछ ही देर में मरीज की मृत्यु हो जाती है । फिलहाल बच्चा अभी सुरक्षित है महिला की मृत्यु होने के बाद पति गंगोत्री हॉस्पिटल के डाक्टर साहब से फोन से सम्पर्क किया और कहा मेरी पत्नी की नार्मल डिलीवरी हो सकता था तो आपने अपरेशन करके मुझसे पैसा भी ले लिया डॉक्टर इस बात पर भड़क और बोला कि मैंने अपरेशन कर दिया है।
मेरी जिम्मेदारी खत्म हो गई है मैंने आपको दुसरे हस्पिटल में भेज दिया है वहा के डॉक्टर ने तुम्हारे मरीज के साथ क्या इलाज किया हमें क्या पता हमें परेशान मत करो मेरा आप कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते तुम्हें जहां शिकायत करना है कर दो जाकर ?
सबसे बड़ा सवाल ? ऐसे मानक महीन नर्सिंग होम की परमिशन स्वास्थ्य विभाग क्यों दे देता है जिसकी वजह से न जाने कितनी मासूम की जान चली जाती है । अब देखना है कि ख़बर प्रकाशित होने पर स्वास्थ्य के अनाधिकार गंगोत्री हॉस्पिटल के डॉक्टर पर क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला समय तय करेगा ?