वाशिंगटन: लेबनान में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध के घातक होने के बीच अमेरिका ने बड़ा कदम उठाने का ऐलान किया है। पेंटागन का कहना है कि लेबनान में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव के बीच अमेरिका मध्य पूर्व में अतिरिक्त सैनिक भेजेगा। उसे उम्मीद है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो मध्य पूर्व और भी ज्यादा अशांति के सागर में डूब सकता है। ऐसे में अमेरिका ने हालात को काबू में करने के लिए यह कदम उठाया है।
आपको बता दें कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच “भयावह युद्ध” की शुरुआत ने मध्य पूर्व में भारी भय का माहौल पैदा कर दिया है। इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह पर भीषण हमला किया है। लेबनान में पेजर ब्लास्ट और वॉकी-टॉकी विस्फोट के अगले ही दिन इजराइली हमले से बौखलाए हिजबुल्लाह ने रविवार और सोमवार को यरुशलम पर ऐसा घातक हमला किया जिसकी शायद इजराइली सेना ने भी कल्पना नहीं की होगी। हिजबुल्लाह के भीषण जवाबी हमले से उत्तरी और दक्षिणी इजराइल दहल गया। धमाकों के बाद लगी आग ने बड़ी-बड़ी इमारतों को कागज के पत्तों की तरह जला दिया।
लेबनान में इज़रायली हमले में 274 लोग मारे गए
हिजबुल्लाह के जवाबी हमले से बौखलाई इजरायली सेना ने अब हिजबुल्लाह पर सबसे बड़ा हमला किया है। इससे मध्य पूर्व के देशों में खलबली मच गई है। इजरायली सेना के इस बड़े हवाई हमले में कम से कम 274 लोग मारे गए हैं। जबकि 400 से ज्यादा घायल हुए हैं। साथ ही हिजबुल्लाह के 300 से ज्यादा ठिकाने नष्ट कर दिए गए हैं। इजरायल ने लेबनान के कई अन्य इलाकों में रहने वाले लोगों को चेतावनी संदेश भेजा है कि जो लोग वहां रह रहे हैं वे कुछ समय के लिए सुरक्षित जगहों पर चले जाएं, नहीं तो उन्हें भी मार दिया जाएगा।
नेतन्याहू ने दिया बड़ा संदेश
इज़रायली सेना ने सोमवार को कहा कि उसने बेरूत में लक्षित हमला किया है। हालाँकि, उसने विस्तृत जानकारी नहीं दी। सेना ने यह घोषणा तब की जब इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनानी नागरिकों से अपने घरों को खाली करने के इज़रायली अनुरोधों पर ध्यान देने का आग्रह किया और कहा कि “लोगों को इस चेतावनी को गंभीरता से लेना चाहिए।” नेतन्याहू ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में चेतावनी जारी की। उनके कार्यालय ने कहा कि यह संदेश लेबनानी नागरिकों के लिए था।
उनका संदेश ऐसे समय में आया है जब इजरायली लड़ाकू विमान दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में कथित हिजबुल्लाह ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। नेतन्याहू ने कहा, “कृपया खतरे से दूर चले जाएं। एक बार हमारा ऑपरेशन खत्म हो जाए, तो आप सुरक्षित रूप से अपने घरों को लौट सकते हैं।”