- जनता को अपना परिवार समझने पर ही राज धर्म का पालन कर पाओगे -बाबा उमाकान्त जी महाराज
शकील अहमद
उज्जैन (मध्य प्रदेश)। बाबा जयगुरुदेव जी महारज के तीन दिवसीय जीव जीवन रक्षक भंडारें के अंतिम दिन पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज जी ने भक्तों को आशीर्वाद देते एवम लोगो को शाकाहारी, नशामुक्त बनाने के आह्वान के साथ संदेश हुए देश की जनता और सरकार से विशेष प्रार्थना करते हुए कहा कि आप सब लोग देशप्रेम बनाये रखना। देश की संपत्ति अपनी संपत्ति है। यह परिवर्तनशील संसार है। किसी की कोई जगह निश्चित नहीं है, चाहे गद्दी हो, घर, नौकरी की कुर्सी हो, निश्चित नहीं है।
कब कहां से कौन उतर जाए, क्या हो जाए। आपको सबका सम्मान करना है, चाहे कोई जीता हो, चाहे कोई हारा हो। यह जरूर है कि सरकार बनने जा रही है। सरकार में आने वालों से मेरी यह प्रार्थना है, जो भी आप शपथ लो, उस शपथ के अंतर्गत काम करो।
जो भी संविधान भारत का बना हुआ है, उसके नियम का पालन करो। जिस लिए जनता ने आपको भेजा है, उसी हिसाब से उनकी सेवा करके जनता के दिल में जगह बना लो, जिससे दोबारा उनके दिल से आप निकल न पाओ।
राजनेता एवम उनकी पार्टीयों से महारज के लोग ध्यान दें
लेकिन इस समय पर कुछ कहा नहीं जा सकता, कब क्या हो कजाए, क्या चुनाव कराना पड़ जाए। आप जितने भी पार्टी के लोग जीत करके जा रहे हो, इन सब बातों को ध्यान रखते हुए जनता की सेवा करना।
जनता को अपना परिवार समझने प्रार्थना है कि लोकसभा के चुनाव में खर्च हुआ, जो भी उनके आने-जाने व रहने का, संसद चलाने का खर्चा होगा, वह देश की गरीब जनता, छोटे-छोटे लोगों की कमाई है, खून-पसीना बहा करके जो टैक्स के रूप में देते हैं। आप उसी से सरकार चलाते हो, यह उनकी कमाई है। इसका दुरुपयोग नहीं सदुपयोग होना चाहिए। आपको देश के पैसे को, देश की जनता को अपना परिवार समझना है तभी देश, राजधर्म का पालन कर पाओगे।
आपकी उन्नति के लिए हमारी प्रार्थना
जिस देश के आप माननीय, प्रतिष्ठित बन गए, अभी आप प्रधानमंत्री, मंत्री बन जाओगे, उस देश की आन-बान, मर्यादा को बनाए रखना, देश के लोगों की और देश की रक्षा करना, धर्म निरपेक्ष देश में हर धर्म की रक्षा करना, सबको सम्मान प्यार देना, सब अपने-अपने हिसाब से पूजा, इबादत, पाठ, प्रेयर आदि कर सकें, उसमें बाधा मत डालना।
आज गुरु महाराज के भंडारे पर आपसे मैं ये प्रार्थना करता हूं। मेरी प्रार्थना अगर आप स्वीकार कर लोगे तो गुरु महाराज से प्रार्थना करता हूं कि आपको उन्नति तरक्की दे, आप देश और देश की जनता की सेवा करके उन्नति के शिखर पर जाओ बजाय पतन के गर्त में जाने के। बोलो जयगुरुदेव।