महराजगंज, रायबरेली। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद महराजगंज विकासखंड क्षेत्र में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी व बीएसए की खाऊ कमाऊ नीत के चलते क्षेत्र के जमुरावां कंपोजिट विद्यालय जर्जर स्थिति में है, या तो फिर उच्चाधिकारी किसी अप्रिय घटना का इंतजार कर रहे हैं, या फिर नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं ।
बताते चले की महराजगंज विकासखंड क्षेत्र के जमुरावां गांव में स्थित कंपोजिट विद्यालय विकासखंड के सभी विद्यालयों से छात्र संख्या में भी आगे है। जिसमें 324 छात्र व छात्राएं अध्यनरत है। जबकि कंपोजिट विद्यालय परिसर की बिल्डिंग जर्जर अवस्था में है। बारिश होने पर टपकने लगती है और छत से बड़े-बड़े टुकड़े गिरने लगते हैं, तथा दीवारों में दरार भी उपलब्ध है।
ऐसे में कंपोजिट विद्यालय के समस्त छात्र प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग में ही आठों कक्षाओं के बच्चे शिक्षण कार्य करने को मजबूर हैं। जिससे भारी असुविधा शिक्षक व शिक्षिकाओं को उत्पन्न हो रही है, तथा किसी भी समय जर्जर बिल्डिंग कभी भी किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकती है। जिसमें नौनिहाल बच्चों को व शिक्षक शिक्षिकाओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
जबकि कंपोजिट विद्यालय की बिल्डिंग विगत 4 वर्षों से जर्जर है जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार खंड शिक्षा अधिकारी व जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी से की है, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा है। खानापूर्ति करने वाले खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव ने मौके पर जाकर मौका मुआयना तो किया लेकिन खाऊ कमाऊ नीति के चलते उच्च अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट न देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
जबकि नौनिहाल बच्चों के अभिभावकों में उच्च अधिकारियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है और जल्द ही महराजगंज तहसील सभागार में होने वाले जिलाधिकारी के तहसील दिवस में शिक्षा विभाग व ग्रामीण जर्जर बिल्डिंग की शिकायत जिले के न्यायप्रिय जिला अधिकारी हर्षिता माथुर से मिलकर करेंगे।
मामले में खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव का कहना है कि जांच की गई है जांच में विद्यालय भवन जर्जर स्थिति में पाया गया है इसकी जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है जल्द ही धन स्वीकृत होने पर उस बिल्डिंग को तोड़ कर नया भवन निर्माण कराया जाएगा।
रिपोर्ट@पवन कुमार