विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा की रानियां सीट पर कांग्रेस ने काफी चौंकाने वाला प्रयोग किया है। राज्य के सिरसा जिले में आने वाली रनियां सीट पर कांग्रेस पार्टी ने दिग्गजों के मुकाबले एक पत्रकार पर दांव खेला है। पार्टी ने पत्रकार सर्वमित्र कंबोज को चुनाव मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा की रानियां सीट पर काफी चौंकाने वाला प्रयोग किया है। राज्य के सिरसा जिले में आने वाली रनियां सीट पर कांग्रेस पार्टी ने दिग्गजों के मुकाबले एक पत्रकार पर दांव खेला है। पार्टी ने पत्रकार सर्वमित्र कंबोज को चुनाव मैदान में उतारा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से देवीलाल के बेटे और पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के भाई रंजीत सिंह चौटाला जीते थे। इसके बाद उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया था। इस बार भारतीय जनता पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर रंजीत चौटाला फिर निर्दलीय मैदान में उतरे हैं। पार्टी ने इस बार शिशुपाल कंबोज को उतारा है।
तो वहीं, दूसरी तरफ यूट्यूब चैनल द मसला के पत्रकार सर्वमित्र कंबोज पर कांग्रेस पार्टी ने दांव खेल दिया है। रनियां क्षेत्र के सियासी दंगल में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने अर्जुन सिंह चौटाला को उतारा है। इनेलो का बसपा से गठबंधन है। अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला रिश्ते में रंजीत चौटाला के पोते हैं। चौटाला परिवार की फैमिली फाइट के बीच बीजेपी और कांग्रेस ने कंबोज कैंडिडेट उतारे हैं। कांग्रेस ने आश्चर्यचकित करते हुए पत्रकार को उतार कर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। सर्वमित्र कंबोज ने पिछले कुछ सालों में पूरे हरियाणा में ‘द मसला’ यू-ट्यूब चैनल के जरिए अच्छी खासी लोकप्रियता अर्जित की है। अब देखना यह है कि सर्वमित्र कंबोज सियासत के रण में कितनी चुनौती पेश कर पाते हैं?