डलमऊ, रायबरेली। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते पिछले एक सप्ताह से गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा जिसके चलते गंगा नदी का जलस्तर उफान पर है और चेतावनी बिंदु को पार करने के लिए बेताब नजर आ रही है जिससे गंगा तटीय क्षेत्रों के ग्रामीणों में बाढ़ से उत्पन्न होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं की आशंका सताने लगी है वहीं क्षेत्रीय प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए कागजी घोड़ा दौड़ रहा हैं।
मंगलवार को केंद्रीय जल आयोग डलमऊ द्वारा गंगा नदी का जलस्तर 98.200 मी नापा गया जबकि गंगा के जलस्तर का चेतावनी बिंदु 98.300 मीटर है केंद्रीय जल आयोग डलमऊ ने बताया कि गंगा का जलस्तर तीन से चार घंटे में 1 सेंटीमीटर बढ़ रहा है गंगा नदी का बढ़ता हुआ जलस्तर गंगा कटरी बाढ़ पीड़ित क्षेत्र चक मलिक भीटी जमाल नगर मोहद्दीनपुर जहांगीराबाद अंबा बबुरा पूरे रेवती सिंह आदि गांव के ग्रामीण महादेव रघुनाथ जयकरण साजन यादव राजकुमार जनार्दन प्रसाद आदि के साथ अन्य ग्रामीणों ने बताया कि जल कृषि भूमि तक पहुंचने से मवेशियों के चारे की गंभीर समस्या उत्पन्न होने लगी है और नदी के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी के चलते ग्रामीणों को बाढ़ की आशंका सताने लगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिवर्ष बाढ़ से हजारों बीघे फसल बर्बाद हो जाती है लेकिन क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा सर्वे करा कर अनुदान देने का आश्वासन कोरा साबित होता है उप जिलाधिकारी डलमऊ अभिषेक वर्मा ने बताया कि बाढ़ से निपटने की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है जलस्तर खतरे के बिंदु को पार करने के बाद ही बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है।