महात्मा गांधी ने हमें आध्यात्मिकता और आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखाया है: लोक सभा अध्यक्ष
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वर्तमान विश्व व्यवस्था में गांधीवादी दर्शन अधिक प्रासंगिक हो गया है: लोक सभा अध्यक्ष
… बिरला ने गांधी जयंती पर संसद भवन परिसर में स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया*
… बिरला ने केन्द्रीय कक्ष में महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी*
बिरला ने केन्द्रीय कक्ष में छात्रों को संबोधित किया*
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*लोक सभा अध्यक्ष महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट और विजय घाट गए।*
नई दिल्ली; 2 अक्तूबर, 2024: महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री, श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर, लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कई कार्यक्रमों में भाग लिया।
*श्री बिरला ने संसद भवन परिसर में स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया*
गांधी जयंती के अवसर पर, लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में प्रेरणा स्थल पर स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया। लोक सभा अध्यक्ष की प्रेरणा और नेतृत्व में, लोक सभा के महासचिव, श्री उत्पल कुमार सिंह और लोक सभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में स्वच्छता अभियान में भाग लिया। इस अवसर पर, श्री बिरला ने सभी से स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाने और अन्य लोगों को भी अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।
बिरला ने संसद भवन परिसर में प्रेरणा स्थल पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की
बिरला ने केन्द्रीय कक्ष में महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की*
लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज संविधान सदन के केन्द्रीय कक्ष में महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जे.पी. नड्डा; राज्य सभा में विपक्ष के नेता, श्री मल्लिकार्जुन खड़गे; राज्य सभा के उपसभापति, श्री हरिवंश, संसद सदस्य, पूर्व सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी संविधान सदन के केन्द्रीय कक्ष में महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की
बिरला ने केन्द्रीय कक्ष में छात्रों को संबोधित किया*
महात्मा गांधी और पूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर, लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने संविधान सदन के केन्द्रीय कक्ष में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों को संबोधित किया।
संसद भवन में छात्रों का स्वागत करते हुए और केन्द्रीय कक्ष में उनके द्वारा दिए गए भाषणों की सराहना करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री का जीवन हम सभी को निस्वार्थ भाव से देश की सेवा के लिए स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में सत्य, अहिंसा और नैतिकता के सिद्धांतों के साथ स्वतंत्रता के लिए किए गए जन आंदोलन से न केवल भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, बल्कि इन्हीं सिद्धांतों से अन्य देशों को भी शांति और विकास की दिशा में मार्गदर्शन और प्रेरणा मिलती रही है। श्री बिरला ने कहा कि आज दुनिया में गांधीवादी आदर्श और सिद्धांत और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं।
गांधीवादी दर्शन को जीवन पद्धति के रूप में अपनाने पर जोर देते हुए, श्री बिरला ने कहा कि उनके द्वारा दिखाया गया आध्यात्मिकता और आत्मनिर्भरता का मार्ग भारत को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने में हमारा मार्गदर्शन करेगा। भारत को स्वच्छ बनाने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प का उल्लेख करते हुए, श्री बिरला ने छात्रों से स्वच्छता और सतत विकास को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया। उन्होंने छात्रों से निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने के लिए गांधीवादी शिक्षाओं और दर्शन को अपनाने और अपने जीवन में उनका पालन करने का आग्रह भी किया।
*लोक सभा अध्यक्ष राजघाट और विजय घाट गए*
इससे पहले, लोक सभा अध्यक्ष ने राजघाट और विजय घाट जाकर महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए ।
बिरला ने ट्विटर पर महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी
महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए, श्री बिरला ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा , ” सत्य के साधक, अहिंसा और शांति के दूत, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर सविनय नमन । उनका सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र के प्रति निष्ठा और समर्पण का संदेश है। पूज्य गांधी जी के आदर्श हमें राष्ट्र और समाज की समग्र प्रगति के लिए निरंतर कर्मशील रहने की प्रेरणा देते हैं”।
पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए, श्री बिरला ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर सादर नमन । स्वाधीनता संघर्ष में और स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत की प्रगति में उनकी अतुलनीय भूमिका थे । श्रद्धेय शास्त्री जी की कर्मठता और कर्तव्यपरायणता आज भी जनप्रतिनिधियों और हम सभी के लिए प्रेरक है।”