panchayat 4 :पंचायत का नया सीजन इनदिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम कर रहा है. इस सीरीज का हर किरदार दिलचस्प होने के साथ -साथ काफी लोकप्रिय रहा है. इस फेहरिस्त में अभिनेता फैसल मलिक यानी प्रह्लाद चा का भी नाम आता है. फैसल सीधे तौर पर शो की कामयाबी का पूरा श्रेय इसकी राइटिंग टीम को देते हैं.वह बताते हैं कि राइटिंग ऐसी है, इसलिए कहानी और किरदार आपके दिल में बस जाते हैं. इस सीरीज से जुड़ी अपनी जर्नी पर उर्मिला कोरी के साथ हुई बातचीत
अब तक का बेस्ट कॉम्पलिमेंट
पंचायत सीरीज अपने चौथे सीजन तक पहुंच गयी है. इस दौरान कई लाख लोगों की तारीफें मुझ तक पहुंची हैं, लेकिन एक कॉम्पलिमेंट को मैं जीवन में कभी नहीं भूल सकता हूं. वो मेरे पिता की तारीफ थी. जब मेरे पिता ने पंचायत सीरीज का पहला सीजन देखा तो उन्होंने मुझे फोन करके कहा, तुमने बहुत बढ़िया काम किया है और सीरीज में तुम लगातार दिखाई दे रहे हो. वह सुबह 7 बजे उठकर मुझे फोन करके बताते थे कि उन्होंने सीरीज देख ली है.इसके साथ ही वह वह अपने पड़ोसियों और दोस्तों को भी फोन करके बताते कि मेरा बेटा एक्टर बन गया है और पंचायत कर रहा है.आप लोग भी उस सीरीज को देखिए. अब पिताजी इस दुनिया में नहीं हैं. मुझे उनके साथ की गयी.वह सब बातें बहुत याद आती हैं.
गांववाले शूटिंग देखने नहीं आते
सभी को यह बात पता है कि मध्यप्रदेश में इस सीरीज की शूटिंग होती है. पंचायत एक ब्रांड बन चुका है,लेकिन वहां के लोग एकदम नार्मल बिहेव करते हैं. शूटिंग के लिए भीड़ लगती है. ऐसा नहीं है. कोई आता नहीं है. हम आसानी से अपने कम्फर्ट से शूटिंग करते हैं. गांव वालों की मानें तो उन्होंने अमिताभ बच्चन की शूटिंग देखी है, तो आप समझ लीजिये उनका स्टैंडर्ड क्या है. वैसे गांव वाले मददगार है. कुछ सात आठ घर फिक्स है. जिनसे कई बार हम शूटिंग के वक़्त रोटी सब्जी तो कभी लिट्टी चीखा मंगवाकर खा लिया जाता है. वैसे पंचायत की कामयाबी ने उस जगह के टूरिज्म को बढ़ाया है. दूसरे राज्यों से लोग पंचायत हाउस, सीरीज में हमारा घर,पानी की टंकी देखने के लिए आते हैं और उधर के लोग गाइड बनकर उनको सब दिखाते हैं.
स्कूल के दोस्तों के साथ पंचायत करना पसंद
रियल लाइफ में भी मुझे पंचायत करना बहुत पसंद है. मैं अपने दोस्तों के साथ बहुत पंचायत करता हूँ. मेरे पास व्हाट्सएप पर विषयों के अनुसार अलग-अलग पंचायत करने के लिए अलग -अलग ग्रुप हैं, मेरे पास एक स्कूल का ग्रुप है. जहाँ हम हर चीज़ पर पंचायत करके समय बिताते हैं. कोई गंभीर बात नहीं होती है. सिर्फ मनोरंजन के लिए है. मेरे पास एक स्कूल ग्रुप है जिसमें लड़कियां भी हैं, जिनमें हम परिवार और बच्चों के बारे में बात करते हैं और एक बिना लड़कियों के ग्रुप है. जिसमें हम आदमी लोग हैं. (हंसते हुए ) जहां हम हर चीज़ के बारे में बात करते हैं. इसलिए हमारे पास अलग -अलग लोग अलग-अलग पंचायत के लिए हैं, कुल मिलाकर हम 68 छात्र हैं.
सोचा नहीं था इतना फेमस होऊंगा
अब तक की जर्नी पंचायत के साथ बहुत खास और यादगार रही है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इतनी प्रसिद्धि मिलेगी. मैं जहां भी जाता हूं , लोग मुझे प्रह्लाद चा के नाम से बुलाते हैं.इतनी सफलता से जिंदगी बदली तो है. जीवन में बदलाव आना ही चाहिए लेकिन व्यवहार में नहीं. सफलता सर में नहीं चढ़नी चाहिए.वैसे मेरा दो दशक से भी ज्यादा वक़्त संघर्ष में बीता है.
आनेवाले प्रोजेक्ट्स
मैं फिलहाल कुछ प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं. जिसमें फिल्म और वेब सीरीज दोनों शामिल हैं. यह एक रोमांचक समय है. मैं जल्द से जल्द दर्शकों के साथ अपने दूसरे काम को साझा करने के लिए उत्सुक हूँ.