झांसी। केंद्रीय संचार ब्यूरो, सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार, क्षेत्रीय कार्यालय झाँसी द्वारा शिवा कॉन्वेंट इंटर कालेज, गोन्दू कंपाउंड , झाँसी में आज पोषण माह पर आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्नेह गुप्ता बाल विकास परियोजना अधिकारी ने कहा कि स्वस्थ, सुपोषित और सुरक्षित मातृत्व, एक सफल और सुदृढ़ समाज की पहली सीढ़ी है।
आंगनबाड़ी दिदियाँ न केवल पोषण का ध्यान रखती हैं, बल्कि प्रारंभिक बाल्यावस्था देख भाल एवं शिक्षा के अंतर्गत बच्चों के जीवन की पहली शिक्षिकाएं भी बनती हैं। अपने समर्पण से आगनबाड़ी दिदियाँ देश के बच्चों के भविष्य को सवारने अहम भूमिका निभा रहीं हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं का स्वास्थ्य ही समाज की संवृद्धि की कुंजी है। जब महिलाएं स्वस्थ रहेंगी, तब वे अपनी सभी भूमिकाओं में सशक्त होकर परिवार और राष्ट्र को सशक्त बनायेगीं।आज का जन जागरूकता कार्यक्रम छात्राओं के लिए बहु उपयोगी है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ अंजली वर्मा डाइटीशियन ने कहा कि मिशन पोषण 2.0 का उद्देश्य है कि हर महिला को सही पोषण की जानकारी मिले ताकि वह घर ,परिवार और समाज में अपने योगदान को और प्रभावशाली बना सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कुपोषण मुक्त भारत का सपना जन जन के सहयोग से ही साकार होगा। पोषण अभियान को जन आंदोलन बनाने के लिए सभी आगे आएं जिससे विकसित भारत का लक्ष्य पूरा हो सके।
प्रिंसिपल राहुल गौतम ने कहा कि बच्चों को प्रकृति से जोड़कर और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाकर ही हम आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और प्रदूषणमुक्त समाज की कल्पना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण और उनका आर्थिक विकास, सशक्त, समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा।
अरविंद श्रीवास्तव डाइटीशियन ने कहा कि प्रधानमंत्री मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में पोषण अभियान को एक जन आंदोलन बनाने के लिए सितंबर माह को (1से 30 सितंबर को ) पोषण माह के रूप में मनाने के लिए देश व्यापी पोषण माह अभियान शुरू किया देश इस वर्ष 7वा पोषण माह मना रहा है इस वर्ष के पोषण माह का विषय है।
एनीमिया,विकास की निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी,एक पेड़ माँ के नाम और बेहतर प्रशासन के लिए तकनीकी का उपयोग। कार्यक्रम की अगली कड़ी में इकाई प्रभारी वी0डी0 शर्मा ने उपस्थित जन समूह को पोषण की शपथ दिलाई एवं पोषण माह के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की इन्होंने शिक्षा के साथ साथ संस्कारों को जीवन में अपनाने पर विशेष बल दिया।
कार्यक्रम में एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता हुई जिसके 20 विजेताओ को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।