लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ संपन्न

  • पुलिस फोर्स की कड़ी सुरक्षा में मतदाता ने किए स्वतंत्र मतदान
  • स्थानीय बीएलओ की घोर लापरवाही से कई मतदाताओं के नाम वोटर सूची से गायब
  • सरोजनीनगर क्षेत्र के कई बूथों पर कड़े निर्देश के बाबजूद पाई गई कमियां, ठंडे पानी की समस्या, भीषण गर्मी में घंटो खड़े रहे वोटर

शकील अहमद

सरोजनीनगर, लखनऊ । लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में राजधानी में दिन सोमवार को मतदान किया गया। जिसका पोलिंग प्रतिशत लोक सभा 35 लखनऊ में लगभग 51%, और पोलिंग प्रतिशत लोक सभा 34 मोहनलालगंज में लगभग 66% तक रहा। सरोजनीनगर क्षेत्र के सभी बूथों पर एडीसीपी साउथ, एसीपी कृष्णानगर, थाना प्रभारी सरोजनी नगर सहित अतिरिक्त पुलिस बल के साथ सभी संवेदनशील बूथों का औचक निरीक्षण किया।

मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया । संवेदनशील बूथों में नटकुर, रहिमाबाद, गहरू, पीपरसैंड, रूपखेड़ा, दरोगा खेड़ा और थाना बंथरा के पहाड़पुर मतदान सहित कई केंद्रों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एडीसीपी शशांक सिंह, बिजनौर थाना प्रभारी निरीक्षक अरविन्द कुमार राणा, शैलेन्द्र गिरि सरोजनी नगर थाना प्रभारी, बंथरा थाना प्रभारी हेमंत राघव मौजूद रहे।

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इस मौके पर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी तेज़ स्वरूप सिंह ने बताया कि इन संवेदन शील बूथों पर पुलिस फोर्स लगातर निगरानी रखने का काम कर रही है। जिससे आने वाले मतदाता को किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो , हमारी पुलिस लगातार इन पोलिंग बूथ पर सजग रहेगी। किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए और प्रत्येक मतदाता अपना मतदान स्वतंत्र होकर कर मतदान कर सके।

कई स्थानीय बूथ ग्रामपंचायत पीपरसंड से संजय सिंह चौहान पूर्व जिला अध्यक्ष, भुवनेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना, कीर्तिवर्धन सिंह, मोहित सिंह, दरोगा खेड़ा से डॉ अजीत सिंह, राजा राम लोधी सहित अन्य लोगो का कहना है कि स्थानीय बीएलओ की घोर लापरवाही से कई नए और पुराने मतदाता के नाम मतदाता सूची से गायब है। यही नहीं जहा शासन प्रशासन ने कड़े निर्देश दिए थे, इसके बाबजूद सरोजनी नगर क्षेत्र के कई बूथों पर भीषण गर्मी में ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं की गई।

जिस वजह से कई मतदाता गर्मी से परेशान रहे । कई बूथों जैसे दरोगा खेड़ा, गहरू, पीपरसंड ,रूप खेड़ा , शांति नगर, बंथरा सहित अन्य से शिकायते मिली। स्थानीय बीएलओ की घोर लापरवाही से कई नए वोटरों के नाम वोटर सूची में नहीं शामिल किए गए। जिस वजह से मतदाताओं के प्रतिशत में कमी आई। इसलिए कई नए मतदाता और पुराने मतदाता मतदाता सूची में अपने नाम न होने के कारण अपना मतदान अपने वोट नहीं डाल पाए।

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